डीजीपी संग अवनीश अवस्थी जाएंगे हाथरस बता दें कि आज अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी और डीजीपी हितेश चंद्र अवस्थी आज पीड़िता के परिवार से मिलने हाथरस जाएंगे। वहीं कांग्रेस नेता राहुल गांधी के दौरे के चलते आज दिल्ली नोएडा डायरेक्ट फ्लाइवे टोल प्लाजा पर बैरिकेडिंग लगा दी गई है। जानकारी के अनपसार आज राहुल गांधी दोपहर नें पीड़िता के परिवार से मिलने हाथरस जाने वाले हैं।
परिवार ने लगाया डीएम पर धमकाने का आरोप पीड़िता की भाभी ने डीएम पर आरोप लगाते हुए कहा कि,’कल यहां कोई एसआईटी की टीम नहीं आई थी। परसों पूछताछ हुई थी। डीएम साहब बोलते थे कि तुम्हारी बेटी अगर कोरोना से मर जाती तो क्या कर लेते। तब क्या मुआवजा मिलता।’
परिवार वालों को शव दिखाने से किया था मना पीड़िता की भाभी ने कहा कि, जब हमारे परिवार वालों ने पुलिस से मृतिका का शव दिखाने की बात कही तो डीएम ने बोला कि आपको पता है पोस्टमॉर्टम के बाद डेड बॉडी का क्या हाल हो जाता है, हथौड़े से मारकर हड्डियां तोड़ दी जाती है। पोस्टमॉर्टम की वजह से बहुत कटी-फटी हालत में है। तुम लोग नहीं देख पाओगे। दस दिन तक खाना नहीं खा पाओगे। सो नहीं पाओगे।’
‘हमें नहीं पता पुलिस ने किसकी लाश जलाई’ पीड़िता की भाभी ने लाश के जलाए जाने पर भी आशंका जताते हुए कहा कि, ‘हम सच बोल रहे हैं, हम नार्को टेस्ट नहीं कराएंगे। डीएम और एसपी का नार्को टेस्ट कराओ आखिर हम क्यों झूठ बोलेंगे। वे लोग झूठ बोल रहे हैं।’ पीड़िता की भाभी का कहना है कि, ‘पुलिस से जाकर सवाल करिए कि उन्होंने किसकी बॉडी जलाई थी, क्योंकि उनके परिवार में से किसी ने शव को जलते हुए नहीं देखा है। हमें नहीं पता है कि पुलिस ने किसका अंतिम संस्कार किया है। वहीं पीड़िता के परिवार वालों पर बार बार बदलते बयानों को लेकर भी सवाल उठ रह थे जिसका जवाब देते हुए पीड़िता की भाभी ने कहा कि, ‘जब पीड़िता ने खुद अपने बयान में बोला है कि उसके साथ रेप हुआ है तो आखिर ये बात झूठ कैसे हो सकती है।’
‘परिवार वाले नहीं चाहते सीबीआई जांच’ इतना ही नहीं जब इस मामले की जांच सीबीआई को सौंपने की बात कही गई थी इस पर पीड़िता के परिवार ने इस बात से इंकार करते हुए कहा कि उन्हें पुलिस पर भरोसा तो नही हैं लेकिन वो सीबीआई जांच के पक्ष में भी नहीं हैं। पीड़िता की भाभी का कहना है कि उनके पास किसी भी नेता का कोई फोन नहीं आया है। सभी लोग अब इस मामले में राजनीति करने लगे हैं, लेकिन हम चाहते हैं कि हमें न्याय मिले।