प्रियंका को महासचिव बनाना कांग्रेस की मजबूरी
साध्वी ने कहा कि जब चुनाव आते हैं, तभी प्रियंका राजनीति में आती हैं। अब उनको महासचिव बनाना कांग्रेस की मजबूरी है, क्योंकि मां-बेटे जमानत पर हैं, ऐसे में कांग्रेस को कोई तो इस खानदान से चाहिए था, इसलिए प्रियंका को लेकर आए हैं। उन्होंने कहा कि प्रियंका की दादी और पिता के शासन में घोटाले पर घोटाले हुए और इनके पति भी बड़े भू-माफिया हैं।
साध्वी ने कहा कि जब चुनाव आते हैं, तभी प्रियंका राजनीति में आती हैं। अब उनको महासचिव बनाना कांग्रेस की मजबूरी है, क्योंकि मां-बेटे जमानत पर हैं, ऐसे में कांग्रेस को कोई तो इस खानदान से चाहिए था, इसलिए प्रियंका को लेकर आए हैं। उन्होंने कहा कि प्रियंका की दादी और पिता के शासन में घोटाले पर घोटाले हुए और इनके पति भी बड़े भू-माफिया हैं।
सपा बसपा गठबंधन पर ये बोलीं साधवी
साध्वी प्राची ने कहा कि वर्ष 1996 में सबने देखा कि सपा के राष्ट्रीय महासचिव ने मायावती को आपत्तिजनक शब्द कहे थे। तब मायावती कहती थीं कि सपा कार्यकर्ता गुंडे है। अब सपा को वे क्या कहेंगी कोई यह भी मायावती से पूछे। सपा-बसपा के गठबंधन को लेकर उन्होंने कहा कि ये गठबंधन बीजेपी के लिए कोई चुनौती नहीं है।
साध्वी प्राची ने कहा कि वर्ष 1996 में सबने देखा कि सपा के राष्ट्रीय महासचिव ने मायावती को आपत्तिजनक शब्द कहे थे। तब मायावती कहती थीं कि सपा कार्यकर्ता गुंडे है। अब सपा को वे क्या कहेंगी कोई यह भी मायावती से पूछे। सपा-बसपा के गठबंधन को लेकर उन्होंने कहा कि ये गठबंधन बीजेपी के लिए कोई चुनौती नहीं है।
राम मंदिर बीजेपी ही बनाएगी
साध्वी प्राची ने कहा कि अयोध्या में राम मंदिर केवल बीजेपी बनाएगी। योगी और मोदी बनाएंगे। शर्ट के ऊपर से जनेऊ धारण करके नकली हिंदू बनकर मंदिर-मंदिर घूमने वाले मंदिर नहीं बनवा सकते।। उन्होंने यह भी बताया है कि कोर्ट तारीख पर तारीख दे रहा है ऐसे में राममंदिर को भव्यता देने के लिए प्रयागराज में धर्म संसद में ठोस निर्णय लिया जाएगा। इसमें संत जो निर्णय लेंगे, उसके अनुसार ही काम होगा।
साध्वी प्राची ने कहा कि अयोध्या में राम मंदिर केवल बीजेपी बनाएगी। योगी और मोदी बनाएंगे। शर्ट के ऊपर से जनेऊ धारण करके नकली हिंदू बनकर मंदिर-मंदिर घूमने वाले मंदिर नहीं बनवा सकते।। उन्होंने यह भी बताया है कि कोर्ट तारीख पर तारीख दे रहा है ऐसे में राममंदिर को भव्यता देने के लिए प्रयागराज में धर्म संसद में ठोस निर्णय लिया जाएगा। इसमें संत जो निर्णय लेंगे, उसके अनुसार ही काम होगा।