इस घोटाले में एक कंप्यूटर ऑपरेटर के खिलाफ भी एफआईआर दर्ज कर ली गई है। जबकि सादाबाद के दो कोटेदारों के खिलाफ मुकदमा दर्ज हो चुका है। इस अनाज घोटाले में दो सादाबाद क्षेत्र और एक सिकंदराराऊ क्षेत्र के कोटेदार संलिप्त पाए गए हैं। जिले में अनाज घोटाले की जानकारी मिलते ही डीएसओ सुरेंद्र यादव ने इस मामले में तीन सदस्यीय जांच कमेटी गठित की थी। इस कमेटी ने इस मामले में तीन कोटेदारों को प्रथमदृष्टया जांच में दोषी पाया है। इसी के साथ साथ अन्य घोटालेबाजों के खिलाफ भी जांच की जा रही है और जो दोषी निकलकर आएंगे सबके खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जायेगा।
कोटेदारों में मची खलबली
प्रदेश के 43 जिलों में हुए खाद्यान्न घोटाले में हाथरस जिला भी शामिल है। इस घोटाले की चल रही जांच से जिले के कई कोटेदारो में खलबली मची हुयी है। अब यह घोटालेबाज किसी भी कीमत पर सांठ गांठ करने के लिए मंत्रियों और अधिकारियों के चक्कर लगा रहे हैं।
प्रदेश के 43 जिलों में हुए खाद्यान्न घोटाले में हाथरस जिला भी शामिल है। इस घोटाले की चल रही जांच से जिले के कई कोटेदारो में खलबली मची हुयी है। अब यह घोटालेबाज किसी भी कीमत पर सांठ गांठ करने के लिए मंत्रियों और अधिकारियों के चक्कर लगा रहे हैं।
सभी आरोपियों के खिलाफ होगी एफआईआर
जिला पूर्ति अधिकारी सुरेंद्र यादव ने बताया कि अभी तक जांच में जो नाम आये हैं, उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया है। बाकि अभी जांच जारी है जो अन्य कोटेदार और जो कंप्यूटर ऑपरेटर या अन्य व्यक्ति घोटाले में शामिल होंगे, उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जायेगी। किसी भी कीमत पर आरोपी को बख्शा नहीं जायेगा।
जिला पूर्ति अधिकारी सुरेंद्र यादव ने बताया कि अभी तक जांच में जो नाम आये हैं, उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया है। बाकि अभी जांच जारी है जो अन्य कोटेदार और जो कंप्यूटर ऑपरेटर या अन्य व्यक्ति घोटाले में शामिल होंगे, उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जायेगी। किसी भी कीमत पर आरोपी को बख्शा नहीं जायेगा।