क्या है मामला दरअसल रविवार को बसपा की मंडल स्तर की समीक्षा बैठक थी। इस बैठक में नगीना के सांसद गिरीशचंद जाटव के अलावा अन्य वरिष्ठ मण्डल के पदाधिकारियों ने भाग लिया। इसमें अलीगढ़ के कुछ कार्यकर्ता व नेता भी शामिल थे जो मंच पर जा सांसद के सामने अपनी बात रखने पहुंच गये। नगीना सांसद सहित मण्डल पदाधिकारियों से अपनी बात कहने लगे तो मंच संचालन कर रहे पदाधिकारियों ने उनसे बैठक खत्म होने के बाद बात करने की बात कह वहां से हटने को कह दिया। इसी बात पर दोनों पक्षों में गहमा गहमी हो गयी और हालत मारपीट पर आ गयी।
जमकर चले लात घूंसे बैठक में एक दूसरे के ऊपर जम कर कुर्सियों से प्रहार किया गया। कार्यकर्ताओं का कहना है कि उन पर लाठी ड़ंडों से हमला किया गया। जब वहां कॉर्डिनेटरों के साथ हंगामा होता देखा तो पार्टी में हाल में ही वापस लौटे दिनेश देशमुख ने इन्हें टोक दिया। इसी बात पर इनकी देशमुख व अन्य लोगों से भिड़ंत हो गई। वहां खासा हल्ला मच गया और मारपीट शुरू हो गई। इस दौरान भीम आर्मी के पूर्व जिलाध्यक्ष कमल सिंह के भी चोट आई हैं। उसने थान हाथरस गेट में तहरीर दी है। तहरीर में उसने दिनेश देशमुख व कुछ अन्य नामजद व अज्ञात लोगों पर मारपीट का आरोप लगाया है।
रुपए लेकर ही मिलते हैं पद वहीं इस दौरान बसपा के जिला संयोजक संचिन अंबेडकर ने आरोप लगाया कि उन्हें अपनी बात रखने नहीं दी और डंडों से पीटा। साथ ही उन्होंने आरोप लगाया कि पार्टी में हर पद रुपए देकर ही लिया जा सकता है। उन्होंने पार्टी ने कॉर्डिनेटरों पर आरोप लगाया कि रुपए ले-लेकर पार्टी खत्म कर रहे हैं। कॉर्डिनेटरों पर दलालखोरी की आरोप भी लगाया।