बता दें कि 20 वर्षीय युवती के साथ कथित गैंगरेप और हैवानियत के बाद देशभर में आक्रोश है।लोग सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन कर रहे हैं और आरोपियों को फांसी देने की मांग कर रहे हैं।विपक्षी पार्टियां भी लगातार सरकार को घेरने में लगी हुई हैं। इस बीच मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को मामले की सीबीआई जांच के आदेश दे दिए। एसआईटी की टीम भी जांच कर रही है।
पुलिस ने गाड़ी रोकी, पैदल निकले चंद्रशेखर भीम आर्मी के प्रमुख चंद्रशेखर के काफिले की गाड़ियां अलीगढ़ से होते हुए हाथरस जा रही थी। जिन्हें पुलिस ने 20 किलोमीटर पहले रुकवा दिया। जिसके बाद चंद्रशेखर ने कहा कि वह पैदल ही अलीगढ़ से हाथरस जाएँगे और वह पैदल ही पीड़ितों के घर के लिए निकल गए।
आरएलडी कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच झड़प उधर, पुलिस और आरएलडी कार्यकर्ताओं के बीच तीखी झड़प हुई। पुलिस का कहना है कि पांच लोगों को इजाजत थी, लेकिन ज्यादा संख्या में कार्यकर्ता जा रहे थे। इस बात को लेकर विवाद हो गया। आरोप है कि वहां मौजूद आरएलडी कार्यकर्ताओं ने पत्थरबाजी की और महिला कांस्टेबल के साथ बदसलूकी भी की गई। पुलिस के एक जवान को पथराव से चोट के भी आरोप हैं। जिसके बाद पुलिस ने लाठीचार्ज किया। वहीं कार्यकर्ताओं का आरोप है कि पुलिस ने उन पर बेवजह लाठीचार्ज किया।
पीड़ित परिवार से मिले सपा नेता, कार्यकर्ताओं पर लाठीचार्ज रविवार को ही समाजवादी पार्टी के एक डेलिगेशन ने हाथरस गैंगरेप पीड़िता के परिवार से मुलाकात की। इस दौरान सपा नेता धर्मेंद्र यादव, अक्षय यादव, सपा विधायक संजय लठार, जयवीर ने पीड़ित परिवार से मुलाकात की। वहीं सपा कार्यकर्ताओं ने यूपी सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। जिसके बाद सपा कार्यकर्ताओं को हटाने के लिए पुलिस ने उनपर भी लाठीचार्ज किया।