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डिप्टी सीएम के पहुुंचने से पहले ही होने जा रही बड़ी घोषणा, चुनावी मुद्दे पर ले सकते हैं बड़ा एक्शन, मचा हड़कंप

locationहरदोईPublished: Dec 23, 2018 02:45:34 pm

Submitted by:

Ruchi Sharma

डिप्टी सीएम के पहुुंचने से पहले ही होने जा रही बड़ी घोषणा, चुनावी मुद्दे पर ले सकते हैं बड़ा एक्शन, मचा हड़कंप

keshav prasad maurya

डिप्टी सीएम के पहुुंचने से पहले ही होने वाली है बड़ी घोषणा, चुनावी मुद्दे पर ले सकते हैं बड़ा एक्शन, मचा हड़कंप

हरदोई. जिले का एक हिस्सा ऐसा भी है जिसके लिए आजादी के इतने वर्षों बाद भी रामगंगा नदी पर पक्के पुल का निर्माण सिर्फ सियासत के लिए चुनावी वादों और आश्वासन और सियासी चुनावी बबंडर उठने तक सिमटा हुआ है। महाभारत के सर्वेश्रेष्ठ धनुर्धर अर्जुन के नाम पर बसा यह अर्जुनपुर इलाका और अर्जुनपुर रामगंगा तट को अर्जुन की बाण गंगा के नाम पर जाना जाता है। लोकसभा चुनावी महाभारत के पहले अर्जुनपुर इलाके में पहुंच रहे डिप्टी सीएम केशव मौर्य को लेकर विपक्षी दलों की निगाहें लगी हुई है।
दरअसल अगर अर्जुनपुर घाट पर पूल की मांग को लेकर डिप्टी सीएम केशव कोई बड़ा एक्शन लेते है तो लोकसभा चुनाव में विपक्ष के हाथ से यह बड़ा मुद्दा निकल जायेगा। यूपी के गत विधानसभा चुनाव के बाद डिप्टी सीएम केशव ने यह पुल बनवाने का आश्वासन भाजपा एमएलए माधवेन्द्र प्रताप को दिया था। जिसके बाद भाजपा एमएलए ने 6 माह में पुल निमार्ण शुरू होने की बात कही थी मगर पूल निर्माण शुरू न हो सका जो कि विपक्ष के लिए बड़ा चुनावी मुदा हो सकता है लोकसभा चुनाव के लिए मगर चुनाव से पहले आज इसी इलाके में विभन्न कार्यक्रमों में भाग लेने आ रहे डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य अब भाजपा एमएलए के साथ इलाके के लिए क्या कहेंगे क्या सौगात देंगे इस पर निगाहे लगी हुई है ।
आपको बताते चले कि जिला मुख्यालय से करीब 45 किमी दूर फर्रुखाबाद जनपद की सीमा से लगे हुए अर्जुनपुर ग्राम है। किदवंती है कि महाभारत कालीन में दुनिया के सर्वश्रेष्ठ धनुर्धर अर्जुन ने इसे बसाया था। अर्जुनपुर से होकर निकली रामगंगा नदी पर वर्षों से पक्का पुल बनाने की मांग चली आ रही है। दरअसल 1975 के आसपास यहां एक नाव के डूब जाने से करीब 100 लोगों की मौत हो गई थी और तभी से यहां पर पुल की मांग चली आ रही है।

विधानसभा और लोकसभा चुनाव में यह मुद्दा बनकर सियासत का प्रमुख इलाकाई मसला रहता है और हर प्रत्याशी पुल निर्माण कराने का वादा करते है। भाजपा के सदर सांसद अंशुल वर्मा, भाजपा के राज्यसभा सांसद अशोक बाजपेयी, भाजपा एमएलए रजनी तिवारी , इलाके के भाजपा एमएलए माधवेन्द्र प्रताप सिंह रानू ने पुल निर्माण का वादा किया था । इसके अलावा सपा के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव , पूर्व मंत्री शिवपाल सिंह, पूर्व सांसद ऊषा वर्मा नर भी पुल के लिए आश्वासन दिया था। पुल के लिए इलाके के लोगों के साथ संघर्ष कर रहे पंचनद विकास संघर्ष समिति के संयोजक अवनिकान्त बाजपाई , महेश मिश्र बताते है कि सियासती लोगो के वादाखिलाफी और पुल न बनने से आहत होकर इलाके की प्रधान संघ की पूर्व अध्यक्ष सीमा मिश्र ने तीन वर्ष पहले वट अमावस्या के दिन इसी घाट पर श्रंगार त्याग दिया था और पूल बनने तक बिना श्रंगार के रहने का एेलान कर सियासत में भूचाल ला दिया मगर कुछ समय बाद बात फिर भूली बिसरी सी हो गई। अब लोकसभा चुनाव होने का समय आ रहा है लिहाजा मामला फिर चर्चा में है तो सियासी हलचल भी हो रही है।
हां मैंने वादा किया था केशव जी बनवाएंगे पुल

इलाके के भाजपा एमएलए माधवेन्द्र प्रताप सिंह ने कहा कि चुनाव के दौरान उन्होंने पुल निर्माण का वादा किया था इसलिए विधायक बनते ही उन्होंने सबसे पहले डिप्टी सीएम केशव मौर्या से पुल की मांग की । केशव जी ने आश्वासन दिया था । पुल जरूर बनेगा और जल्द बनेगा। वह एक बार फिर डिप्टी सीएम केशव प्रसाद इस ओर बात करेंगे।
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