आपको बता दें भारतीय जनता पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मीकांत बाजपेई द्वारा किसी मसले पर थाने में धरना दिए जाने संबंधी किसी पोस्ट पर भाजपा विधायक श्याम प्रकाश ने अपने कमेंट में लिखा था कि योगी मुख्यमंत्री योगी को भी धरना देना पड़ सकता है, हालांकि उनका यह कमेंट अखबारों में सुर्खियां बना और चर्चा में आया तो उन्होंने इसे किनारा करते हुए कहा कि उन्होंने नहीं किया था किसी लड़के ने कमेंट कर दिया होगा।
इसकी जानकारी होते ही उन्होंने इसे डिलीट करा दिया है। जब इस संबन्ध में विधायक जी को फोन किया और उनसे जानकारी चाही तो उन्होंने यही बात कही कि कमेंट उनका नहीं था। उनके कमेंट करने से इनकार किए जाने के बाद भी मामला लोगों के बीच चर्चा का विषय बना हुआ है।
आपको बता दें भारतीय जनता पार्टी में आने से पहले श्याम प्रकाश सपा और बसपा से भी एमएलए रह चुके है और 2014 लोकसभा चुनाव में उनके भतीजे अंशुल वर्मा जब भाजपा से सदर सांसद चुने गए तो उसके बाद वे विधानसभा चुनाव 2017 से पहले सपा छोंड़कर भाजपा में आ गए थे और भाजपा से विधायक चुने गए। वे भाजपा सरकार में अक्सर अफसरों पर तंज कसते है। अपनी ही सरकार में उन्होंने खुद को असुरक्षित बताकर हड़कंप मचा दिया था।
फिलहाल विधायक पर कमेंट से इनकार के बाद भी वे चर्चा का विषय बने हुए है। अपनी ही सरकार में अफसरों की कार्यशैली को लेकर सरकार पर तंज कसने वाले भाजपा विधायक श्याम प्रकाश ने उपचुनाव में प्रदेश में भाजपा को मिली हार पर भी सोशल मीडिया पर पोस्ट कर सरकार पर तंज कसा था और भाजपा विधायकों से रंगदारी मांगे जाने के मामले में भी उन्होंने हरदोई की तत्कालीन एसपी सहित अन्य अफसरों पर तंज के साथ रंज का इजहार किया था । उन्होंने जमकर आलोचना की थी ।