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हरदा

harda blast: हादसे का तीसरा दिनः आंखों में आंसू और अपनों को तलाश रही पथराई आंखें

emotional stories-हरदा की पटाखा फैक्ट्री में विस्फोट के बाद अब सिर्फ तबाही के निशां बाकी है…। हर आंख में आंसू है, गम ही गम है…।

हरदाFeb 08, 2024 / 08:20 am

Manish Gite

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हरदा की पटाखा फैक्ट्री में विस्फोट के बाद अब सिर्फ तबाही के निशां बाकी है…। हर आंख में आंसू है, गम ही गम है…।

 

मगरधा में पटाखा फैक्ट्री सोमेश फायर वर्क्स में विस्फोट से १४ मौतें और १७४ से ज्यादा लोगों के जमी होने के बाद अब चारों ओर तबाही का मंजर है। कल तक जहां फैक्ट्री की इमारत के साथ बस्ती नजर आ रही थी, अब वहां राख और मशीनों का शोर है। फायर फाइटर राख के ढेर पर पानी की धार बरसा रहा है, लेकिन इस पानी की धार में पीडि़तों के आंसू नहीं धुल रहे। लोग आंसुओं को हथेलियों से पोंछते हुए अपनों की तलाश कर रहे हैं। जहां थोड़ी भी उम्मीद दिखती, वहां दौड़ पड़ते…रुंधे गले से अपनों के बारे में पूछते और फिर आंखों में हताशा के भाव…। कई पथराई आंखों में माता-पिता को खो देने का गम हर किसी को गमगीन कर रहा है।

मंगलवार रात से बुधवार दिनभर 12 पोकलेन मशीनें चलती रही। लेकिन कोई नया शव बरामद नहीं हुआ। मगरधा को चीख, शोक और मातम का समंदर बनाने वाले पटाखा फैक्ट्री के मालिक राजेश उर्फ राजू अग्रवाल और कांग्रेस के पार्षद सईद खान के भाई मन्नी पटेल को पुलिस ने बुधवार को जेल भेज दिया है। राजेश के भाई सोमेश अग्रवाल को दो दिन के रिमांड पर लिया है। शाम 4 बजे मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव मौके पर पहुंचे। हेलिकॉप्टर से निरीक्षण किया। घायलों को मदद और इलाज के भरोसे के साथ दोषियों पर कार्रवाई का आश्वासन दिया। हालांकि दु:ख सीएम को बताने की मंशा रखने वालों से न मिलने पर आक्रोशित महिलाओं ने सीएम का काफिला रोक लिया, नारेबाजी की। स्टेट हाईवे जाम किया। सीएम के दौरे के बाद हरदा कलेक्टर ऋषि गर्ग और एसपी संजीव कुमार कंचन को हटा दिया। कलेक्टर का चार्ज फिलहाल हरदा जिला पंचायत सीईओ रोहित सिसोनिया को दिया है।

 

हरदा का दर्दः रहीम की मौत हुई तो दिनेश का दाना-पानी उठ गया

 

माता-पिता को खोया, घर भी गिरा

धमाके में नेहा, पायल और राजा की मां उषा और पिता मुकेश चंदेल की मौत हो गई। इस भयावह मंजर को याद कर तीनों भाई-बहनों के आंसू नहीं थम रहे। 80 साल की दादी रामकुंवर बाई के गले से बच्चे लिपटकर गम बांटने की नाकाम कोशिश करते रहे। लेकिन दादी की पथराई आंखें यह कहती दिखी कि बेटा उन्हें कंधा देता, अब यह दिन देखना पड़ा। रोतीबिल खती नेहा की जुबां से दर्द में लिपटे शब्द निकले…हादसे पर हादसे… जनता का फैक्ट्री बंद कराने को लेकर विरोध प्रदर्शन पर सरकार और प्रशासन को कोई फर्क ही नहीं पड़ा। उसके कंपकंपाते स्वर धीमे पड़े तो पायल का क्रंदन सुनकर सभी उसी ओर देखने लगे। दु:ख के समंदर को साथ लिए पायल बोली-हमारा सब चला गया। फैक्ट्री के पास की गली में घर गिर गया। फफकते हुए बोली-घर तो फिर बन जाएगा, माता-पिता कहां से लाऊंगी? यह कहते हुए उसका विलाप बढऩे लगा। एकाएक मानो उसे भाई-बहन और दादी का याल आया। बोली-खाने के लिए मुी भर अनाज तक नहीं है। तन ढंकने को एक ही जोड़ी कपड़े बचे हैं।

 

ये आंसू नहीं…

ये सिर्फ आंसू नहीं हैं। पटाखा फैक्ट्री के पास रहने वाले चंदेल परिवार का वह गम है, जो जीवनभर टीस देता रहेगा। मां उषा और पिता मुकेश चंदेल को हादसे में खोने के बाद बेटे राजा की आंखों से धार बह निकली। मानो इस धार में उसका पूरा कलेजा समा गया हो। फोटो: सुभाष ठाकुर

मृतक के घर जाकर मदद का भरोसा

सीएम डॉ. मोहन यादव ने बुधवार को हरदा जाकर घायलों से मुलाकात भी की। दुर्घटनास्थल का जायजा लिया। नर्मदापुरम संभागायुक्त पवन शर्मा ने उन्हें घटना की जानकारी दी। वे मृत प्रियांशु प्रजापति के घर गए और परिजनों को हर संभव मदद के लिये आश्वस्त किया। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी भी हरदा गए। परिजनों के लिए 1-1 करोड़ और घायलों को 10-10 लाख मदद के साथ एसआईटी गठित कर जांच की मांग की।
कांग्रेस ने दी विधानसभा में स्थगन की सूचना

हरदा में हुए हादसे की गूंज विधानसभा में होगी। कांग्रेस सदन में सरकार की घेराबंदी करने की तैयारी में है। इसे लेकर कांग्रेस विधायकों ने अलग-अलग ध्यानाकर्षण लगाए हैं। बुधवार को कांग्रेस ने विधानसभा सचिवालय को स्थगन प्रस्ताव की सूचना दी है। कांग्रेस की मांग है कि इस गंभीर मसले पर सदन में चर्चाहोनी चाहिए।
अस्पताल से छुटटी फिर वापस हुए भर्ती

बुधवार को हरदा में अस्पताल से 48 घायलों को डिस्चार्ज कर दिया। गोशाला में लगे स्वास्थ्य कैंप में ग्लूकोज व पेयजल के इंतजाम नहीं थे। बैतूल की राखी धुर्वे ने हाथ-पैर में दर्द के बाद भी छुटटी देने की बात कही, बाद में उन्हें भर्ती किया गया।
आरोपी बड़ा भाई गया जेल, देर रात घर सील

फैक्ट्री मालिक राजेश अग्रवाल के भाई सोमेश को पुलिस रात 11 बजे उसके घर ले गई। दस्तावेज खंगाले। पुलिस मृतक व घायलों के सही आंकड़े ढूंढ़ रही है कि फैट्री में घटना के दिन कितने श्रमिक काम पर थे। पुलिस ने घर सील कर दिया।

हादसे का पहला वीडियो बनाने वाले शाहिद खान की जुबानी

वीडियो बनाने जुटी भीड़; मेरे सामने ही 8 से 10 मौतें, कई के हाथ-पैर उड़कर गिरते देखे

हरदा में धमाके की घटना होती रही है। मंगलवार को जब पहला धमाका हुआ, यही लगा कि छोटी-मोटी घटना होगी। ये कहते हुए बैरागढ़ के 21 साल के शाहिद खान सिहर उठे। वे बोले-मैं भी वीडियो बनाने चला गया। कई और लोग भी वीडियो बना रहे थे। तभी दूसरा धमाका हुआ और फैक्ट्री के बाहर 300-400 लोग चपेट में आ गए। एक पत्थर मेरे दाएंगाल पर लगा और हाथ भी फ्रैक्चर हो गया। ज्यादा नजदीक से वीडियो बना रहे 8-10 लोगों की मौके पर हीमौत हो गई। किसी के हाथ-पैर अलग हो गए। कई के हाथ-पैर आधा किमी तक उड़कर गिरे।

 

200-250 लोग फैक्ट्री में थे, वे नहीं लौटे

एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया, पहला धमाका होते ही फैक्ट्री से बड़ी संया में लोग बाहर भागे। कुछ लोगों का सामान अंदर था, वे सामान लेने फिर फैक्ट्री में चले गए, फिर नहीं लौटे। फैक्ट्री में करीब 200- 250 लोग रहे होंगे।

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