कलेक्टर ने निर्देश दिए कि ट्रांसफर एवं रिलीविंग के संबंध में कोई भी संदेह होने पर संकुल प्राचार्य जिला पंचायत सीईओ तथा जिला शिक्षा अधिकारी से मार्गदर्शन प्राप्तकरें। इसकी स्टेटस रिपोर्ट प्रतिदिन प्रस्तुत करें। उन्होंने कहा कि सभी संकुल प्राचार्य इस संबंध में शासन द्वारा जारी निर्देशों का भलीभांति अध्ययन कर इसके अनुरूप ही कार्यवाही करें।
रिलीविंग के ताजा आंकड़ों के अनुसार खिरकिया ब्लाक में सबसे ज्यादा 111 शिक्षकविहीन प्राथमिक व माध्यमिक स्कूल हैं। वहीं हरदा व टिमरनी में इनका आंकड़ा १५ व ४० है। एक शिक्षक वाले स्कूलों का आंकड़ा जहां पहले करीब 100 था, शिक्षकों को रिलीव करने के बाद यह अब २१९ पर पहुंच गया है। इनमें भी खिरकिया ब्लाक के सबसे ज्यादा ७९ स्कूल हैं। इस श्रेणी में हरदा के ६९ व टिमरनी के ७१ स्कूल हैं। ज्ञात हो कि जिले के ५४३ प्राथमिक स्कूलों में २९४२५ तथा २८२ माध्यमिक स्कूलों में २०५९९ बच्चे अध्ययन करते हैं।
जिले में ऐसे शिक्षक भी हैं जो 2-5 साल से स्कूल हीं नहीं गए। सिराली संकुल के ग्रामीण प्राथमिक स्कूल में भी ऐसे ही एक शिक्षक हैं जो सालों से पढ़ाने नहीं गए। सूत्रों के अनुसार इनका ट्रांसफर बैतूल हो गया। संकुल प्राचार्य ने शिक्षक को रिलीव भी कर दिया। जिले में ऐसे शिक्षकों की संख्या 15 बताई जा रही है जो लंबे समय से अनुपस्थित हैं, लेकिन विभाग द्वारा कार्रवाई नहीं की जा रही।
शिक्षकों की कमी के कारण अतिथि शिक्षकों से शिक्षण कार्य कराया जा रहा है। बीते साल ७०६ अतिथि शिक्षक नियुक्त किए गए थे। इस साल इनका आंकड़ा फिलहाल ४९० है। इनमें वर्ग 1 के १५०, वर्ग 2 के २३० तथा वर्ग ३ के ११० अतिथि शिक्षक हैं। वहीं ५४३ प्राथमिक स्कूलों में १०१५, २८२ माध्यमिक स्कूलों में ७१५, ५० हाईस्कूलों में ३९६ तथा ३५ हायर सेकंडरी स्कूलों में १२६ नियमित शिक्षक पदस्थ हैं। ट्रांसफर के बाद इनकी पदस्थापना की क्या स्थिति है, यह आंकड़ा जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय के पास नहीं है।