सात महीने से संपर्क में हैं ग्रामीण, स्पष्ट नहीं हो रहा गांव डूबेगा या नहीं
ज्ञापन में ग्रामीणों ने कहा कि इस साल १९ मार्च को प्रतिनिधिमंडल ने कलेक्टर से मुलाकात की थी। तब बताया गया था कि जिले का एक भी गांव नहीं डूबेगा। यदि गांव डूबेगा तो इसकी सूचना दी जाएगी। इस पर ग्रामीणों ने कहा था कि गांव में सर्वे शुरू हो गया। उन्हें गुमराह किया जा रहा है। तब कलेक्टर ने पुन: स्पष्ट किया था कि जानकारी लेकर बताया जाएगा। इसके बाद उन्होंने 14 मई को पत्र देकर कलेक्टर से जानना चाहा था कि परियोजना के तहत प्रभावित गांवों के बारे में बताएं, लेकिन उन्हें एक बार फिर आश्वासन ही मिला था। अब मीडिया के माध्यम से पता चला है कि परियोजना के टेंडर जारी हो चुके। जिला प्रशासन यह स्पष्ट क्यों नहीं कर रहा कि सच क्या है।
ज्ञापन में ग्रामीणों ने कहा कि इस साल १९ मार्च को प्रतिनिधिमंडल ने कलेक्टर से मुलाकात की थी। तब बताया गया था कि जिले का एक भी गांव नहीं डूबेगा। यदि गांव डूबेगा तो इसकी सूचना दी जाएगी। इस पर ग्रामीणों ने कहा था कि गांव में सर्वे शुरू हो गया। उन्हें गुमराह किया जा रहा है। तब कलेक्टर ने पुन: स्पष्ट किया था कि जानकारी लेकर बताया जाएगा। इसके बाद उन्होंने 14 मई को पत्र देकर कलेक्टर से जानना चाहा था कि परियोजना के तहत प्रभावित गांवों के बारे में बताएं, लेकिन उन्हें एक बार फिर आश्वासन ही मिला था। अब मीडिया के माध्यम से पता चला है कि परियोजना के टेंडर जारी हो चुके। जिला प्रशासन यह स्पष्ट क्यों नहीं कर रहा कि सच क्या है।
किसी भी कीमत पर नहीं छोड़ेंगे घर
कृषि मंडी परिसर से रैली लेकर कलेक्ट्रेट पहुंचे बोथी, महूखाल व कायरी गांव के लोगों ने बांध के विरोध में नारे लगाए। कलेक्ट्रेट के मुख्य द्वार पर धरना देकर बैठे ग्रामीणों का कहना था कि वे किसी भी कीमत पर अपना गांव नहीं छोड़ेंगे।
कृषि मंडी परिसर से रैली लेकर कलेक्ट्रेट पहुंचे बोथी, महूखाल व कायरी गांव के लोगों ने बांध के विरोध में नारे लगाए। कलेक्ट्रेट के मुख्य द्वार पर धरना देकर बैठे ग्रामीणों का कहना था कि वे किसी भी कीमत पर अपना गांव नहीं छोड़ेंगे।
तीन जिलों के 211 गांव का 52250 हेक्टेयर रकबा सिंचित होगा
प्राप्त जानकारी के अनुसार नर्मदा घाटी विकास प्राधिकरण द्वारा पूर्ण की जाने वाली करीब 18 00 करोड़ रुपए की परियोजना के तहत हरदा, होशंगाबाद व खंडवा जिले के 211 गांवों की 52205 हेक्टेयर जमीन सिंचित होगी। इससे हरदा जिला 100 प्रतिशत सिंचित हो जाएगा। होशंगाबाद जिले की सिवनीमालवा तहसील व हरदा जिले के वनांचल में पेयजल भी उपलब्ध कराया जाएगा। परियोजना के बैक वाटर से होशंगाबाद और हरदा के 4-4 व बैतूल जिले के 2 गांव डूब में आ रहे हैं। यहां भूमि अधिग्रहण किया जा चुका है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार नर्मदा घाटी विकास प्राधिकरण द्वारा पूर्ण की जाने वाली करीब 18 00 करोड़ रुपए की परियोजना के तहत हरदा, होशंगाबाद व खंडवा जिले के 211 गांवों की 52205 हेक्टेयर जमीन सिंचित होगी। इससे हरदा जिला 100 प्रतिशत सिंचित हो जाएगा। होशंगाबाद जिले की सिवनीमालवा तहसील व हरदा जिले के वनांचल में पेयजल भी उपलब्ध कराया जाएगा। परियोजना के बैक वाटर से होशंगाबाद और हरदा के 4-4 व बैतूल जिले के 2 गांव डूब में आ रहे हैं। यहां भूमि अधिग्रहण किया जा चुका है।