१८ अप्रेल २०१८ को पौंग बांध का जल स्तर १२९३.६२ फीट था। जबकि भाखड़ा का जल स्तर १५४२.८३ फीट था। जो १८ अप्रेल २०१९ को बढक़र क्रमश: १३४२.३८ व १५४२.८३ फीट हो गया। आवक की बात करें तो भाखड़ा बांध में १८ अप्रेल २०१८ को ६१४७ क्यूसेक पानी की आवक हो रही थी, जो वर्ष २०१९ में बढक़र २००६३ क्यूसेक हो गई। इसी तरह पौंग में आवक की स्थिति भी अच्छी हुई है।
1981 में पांच राज्यों के बीच हुए जल समझौते के तहत राजस्थान, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली तथा जम्मू-कश्मीर में पेयजल तथा सिंचाई पानी उपलब्ध करवाने के लिए पांचों राज्यों के प्रतिनिधियों की संयुक्त बैठक हर माह चंडीगढ़ में होती है। बीबीएमबी की बैठक में सभी सदस्यों की उपस्थिति में डैम के जल स्तर के अनुपात में राज्यों को पानी वितरित किया जाता है। 21 मई से 21 सितंबर तथा फिलिंग अवधि तथा 21 सितंबर से 20 मई तक डिप्लिशन अवधि के हिसाब से विभिन्न राज्यों को वितरित होने वाले पानी के हिस्से का निर्धारण होता है।
-इंदिरागांधी नहर पुनरोद्धार प्रोजेक्ट के लिए करीब तीन हजार करोड़ का बजट स्वीकृत हुआ है।
– प्रोजेक्ट के अनुसार वर्ष २०१९, २०२० व २०२१ तक सभी कार्य पूर्ण करने हैं।
-राजस्थान क्षेत्र में इंदिरागांधी नहर की लंबाई ४४५ किमी है।
-1958 में इंदिरागांधी फीडर का निर्माण शुरू हुआ था।
– नहरी क्षेत्रों से राज्य में ४००० करोड़ का उत्पादन हो रहा है।
-अगले वर्ष नहर मरम्मत कार्य करने के लिए ४० से 70 दिन की नहरबंदी हो सकती है।