जेल प्रहरी की हत्या का मुख्य आरोपित गिरफ्तार ग्रामीणों ने जेल प्रहरी का शव थाने के समक्ष रखकर गिरफ्तारी की थी मांग
हनुमानगढ़Published: May 26, 2019 12:14:45 pm
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ग्रामीणों ने जेल प्रहरी का शव थाने के समक्ष रखकर गिरफ्तारी की थी मांग
2९ अप्रेल शाम को ड्यूटी के लिए आ रहे जेल प्रहरी सुखदास स्वामी पर धारदार हत्यारों से हुआ था हमला
जेल प्रहरी की हत्या का मुख्य आरोपित गिरफ्तार
जेल प्रहरी की हत्या का मुख्य आरोपित गिरफ्तार
ग्रामीणों ने जेल प्रहरी का शव थाने के समक्ष रखकर गिरफ्तारी की थी मांग
हनुमानगढ़ जिले के नोहर में जेल प्रहरी सुखदास स्वामी की हत्या के मुख्य आरोपित को आखिरकार नोहर पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। आरोपित अजहरुद्दीन की गिरफ्तारी की मांग को लेकर गांव खुईयां के ग्रामीण ने नोहर थाने के समक्ष जेल प्रहरी का शव लेकर दे दिन तक धरने पर बैठे रहे थे। वार्ता में जिला कलेक्टर व जिला पुलिस अधीक्षक ने मुख्य आरोपितों को शीघ्र गिरफ्तार करने का दिया था आश्वासन
शनिवार को पूरा थाना लाइन हाजिर
जेल प्रहरी सुखदास स्वामी प्रकरण में आंदोलनकारियों की मांगों को लेकर एसपी कालूराम रावत ने शनिवार को आदेश जारी कर खुईंयां पुलिस थाने के एसएचओ सुरेश मील, एएसआई चेतराम सहू, दो हैड कांस्टेबल सहित सभी एक दर्जन सिपाहियों को लाइन हाजिर कर दिया था। वहीं इस प्रकरण की जांच नोहर थाना प्रभारी विक्रमसिंह चारण को सौंप दी गई है। जबकि अब तक प्रकरण की जांच खुईंया थाना प्रभारी सुरेश मील कर रहे थे।संघर्ष समिति व प्रशासन के बीच शुक्रवार को वार्ता में जेल प्रहरी सुखदास के सभी हमलावरों को 29 मई तक गिरफ्तार करने के लिखित समझौते के बाद पुलिस टीम आरोपियों की सरगर्मी से तलाश कर रही थी। एसपी कालूराम रावत ने जांच अधिकारी विक्रमसिंह चारण, भादरा एसएचओ पुष्पेन्द्र झाझडिय़ा, गोगामेड़ी एसएचओ महेन्द्र मीणा, तलवाड़ा एसएचओ बिशन सहाय व पल्लू एसएचओ दिनेश सहारण के नेतृत्व में पुलिस टीम गठित की थी। यह टीम प्रदेश के विभिन्न जिलों सहित निकटवर्ती हरियाणा व पंजाब में आरोपियों की तलाश में जुटी रही। गौरतलब है कि 29 अप्रेल शाम को जेल प्रहरी सुखदास स्वामी तहसील नोहर के गांव खुईयां से बाइक पर रात्रिकालीन ड्यूटी के लिए आ रहा था। गोरखाना के पास नोहर निवासी अजरूदीन पठान, हरियाणा निवासी मणी व तीन-चार अन्य ने लाठी, सरियों आदि से सुखदास पर हमला कर दिया। गंभीर घायल सुखदास ने 22 मई को अस्पताल से छुट्टी मिलने के बाद घर में दम तोड़ दिया था। इससे गुस्साए परिजनों व विभिन्न संगठनों के लोगों ने 23 मई को नोहर थाने के समक्ष प्रहरी का शव रखकर धरना लगा दिया था जो दो दिन तक चला। आखिरकार हमलावरों की गिरफ्तारी, पीडि़त परिवार को आर्थिक सहायता दिलाने, मृतक को शहीद का दर्जा दिलाने आदि मांगों को लेकर 24 घंटे से अधिक समय से चल रहा परिजनों व ग्रामीणों का आंदोलन शुक्रवार को वार्ता में बनी सहमति के बाद स्थगित कर दिया गया था। आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस प्रशासन को संघर्ष समिति ने पांच दिन का अल्टीमेटम दिया था। गिरफ्तारी नहीं होने की स्थिति में 31 को नोहर-दिल्ली मार्ग पर जाम लगाने की घोषणा की गई थी। इस प्रकरण में पुलिस तीन जनों को अब तक गिरफ्तार कर चुकी है। जबकि शेष आरोपियों की गिरफ्तारी में लापरवाही बरतने पर गुरुवार को एसपी ने खुईंया थाने के तीन सिपाहियों को लाइन हाजिर कर दिया था।
राजकीय सम्मान के साथ दाह संस्कार
उप कारागार के प्रहरी सुखदास स्वामी का 24 मई की देर शाम को पैतृक गांव खुईंया में राजकीय सम्मान के साथ दाह संस्कार किया गया था उनके शव को राष्ट्रध्वज में लपेट कर अशोक चक्र के साथ अग्नि के सुपुर्द किया गया। सशस्त्र गार्ड ने राउंड फायर कर सलामी दी गई थी।