279 करोड़ में यह है शामिल
वर्तमान वित्तीय वर्ष बजट 279 करोड़ का है। इसमें 80 करोड़ रुपए के विकास कार्य कराना प्रस्तावित है। इसमें उद्यान निर्माण पर एक करोड़ रुपए, कॉलोनियों में सड़क निर्माण पर 7 करोड़ 75 लाख, कच्ची बस्ती क्षेत्र में सड़क निर्माण पर तीन करोड़ रुपए, गंदे पानी निकासी पर 11 करोड़ रुपए, नालियों पर तीन करोड़ रुपए व रेलवे अंडर पास निर्माण पर बीस करोड़ रुपए खर्च करना प्रस्तावित है। हालांकि सभी अंडरपास पीडब्ल्यूडी की ओर से निर्माण किए जा रहे हैं। इस मद का उपयोग भी सड़क व सामुदायिक भवन में किया गया है।
वर्तमान वित्तीय वर्ष बजट 279 करोड़ का है। इसमें 80 करोड़ रुपए के विकास कार्य कराना प्रस्तावित है। इसमें उद्यान निर्माण पर एक करोड़ रुपए, कॉलोनियों में सड़क निर्माण पर 7 करोड़ 75 लाख, कच्ची बस्ती क्षेत्र में सड़क निर्माण पर तीन करोड़ रुपए, गंदे पानी निकासी पर 11 करोड़ रुपए, नालियों पर तीन करोड़ रुपए व रेलवे अंडर पास निर्माण पर बीस करोड़ रुपए खर्च करना प्रस्तावित है। हालांकि सभी अंडरपास पीडब्ल्यूडी की ओर से निर्माण किए जा रहे हैं। इस मद का उपयोग भी सड़क व सामुदायिक भवन में किया गया है।
2019-2020 वित्तीय वर्ष
इस वित्तीय वर्ष में बजट सवा तीन सौ करोड़ के पार होगा। इसमें विकास कार्यों पर 100 करोड़ रुपए के करीब रखे जाने पर मंथन किया जा रहा है। इसमें उद्यान निर्माण पर सवा करोड़ रुपए, कॉलोनियों में सड़क निर्माण पर 15 करोड़, गंदे पानी की निकासी पर भी 15 करोड़, नालियों पर पांच करोड़ व अन्य बड़े प्रोजेक्ट पर 15 से 20 करोड़ रुपए खर्च करने का प्रस्ताव पर विचार विमर्श किया जा रहा है।
इस वित्तीय वर्ष में बजट सवा तीन सौ करोड़ के पार होगा। इसमें विकास कार्यों पर 100 करोड़ रुपए के करीब रखे जाने पर मंथन किया जा रहा है। इसमें उद्यान निर्माण पर सवा करोड़ रुपए, कॉलोनियों में सड़क निर्माण पर 15 करोड़, गंदे पानी की निकासी पर भी 15 करोड़, नालियों पर पांच करोड़ व अन्य बड़े प्रोजेक्ट पर 15 से 20 करोड़ रुपए खर्च करने का प्रस्ताव पर विचार विमर्श किया जा रहा है।
2017 में 232 करोड़ था बजट
वित्तीय वर्ष 2017-18 में नगर परिषद की बजट बैठक 15 फरवरी को हुई थी। इसमें 232 करोड़ का बजट पारित किया गया था। इसमें वास्तिविक आय 100 करोड़ से कम थी। इसमें विकास कार्यों पर 75 करोड़ का प्रस्ताव पारित किया गया था। जबकि वित्तीय वर्ष 2016-17 में 150 करोड़ का बजट पारित किया था। इसमें विकास कार्य पर 35 करोड़ रुपए प्रस्तावित किए थे। 2015-16 की वित्तीय बजट 136 करोड़ का था। इसमें बीस करोड़ रुपए विकास कार्य पर खर्च का प्रस्ताव सदन में पास किया गया था।
फैक्ट फाइल
वित्तीय वर्ष बजट (करोड़ में)
2015-16 136
2016-17 150
2017-18 232
2018-19 279
2019-20 325 करोड़ के पार हो सकती है।
वित्तीय वर्ष 2017-18 में नगर परिषद की बजट बैठक 15 फरवरी को हुई थी। इसमें 232 करोड़ का बजट पारित किया गया था। इसमें वास्तिविक आय 100 करोड़ से कम थी। इसमें विकास कार्यों पर 75 करोड़ का प्रस्ताव पारित किया गया था। जबकि वित्तीय वर्ष 2016-17 में 150 करोड़ का बजट पारित किया था। इसमें विकास कार्य पर 35 करोड़ रुपए प्रस्तावित किए थे। 2015-16 की वित्तीय बजट 136 करोड़ का था। इसमें बीस करोड़ रुपए विकास कार्य पर खर्च का प्रस्ताव सदन में पास किया गया था।
फैक्ट फाइल
वित्तीय वर्ष बजट (करोड़ में)
2015-16 136
2016-17 150
2017-18 232
2018-19 279
2019-20 325 करोड़ के पार हो सकती है।
रुके हुए प्रोजेक्ट होंगे पूरे
सभापति राजकुमार हिसारिया ने बताया कि प्राथमिकता रहेगी कि नवंबर में निकाय चुनाव से पहले रूके हुए बड़े प्रोजेक्ट को पूरा किया जाए और आने वाले बजट में भी गत चार वर्षों की तरह ही शहर के विकास का पूरा ध्यान रखा जाएगा।
सभापति राजकुमार हिसारिया ने बताया कि प्राथमिकता रहेगी कि नवंबर में निकाय चुनाव से पहले रूके हुए बड़े प्रोजेक्ट को पूरा किया जाए और आने वाले बजट में भी गत चार वर्षों की तरह ही शहर के विकास का पूरा ध्यान रखा जाएगा।
करेंगे घेराव
कांग्रेस पार्षद मनोज सैनी ने बताया कि चार वर्षों में किए वादों को जो भाजपा ने पूरा नहीं किया है। इसका जवाब मांगा जाएगा। इसके अलावा भाजपा ने अपने कार्यकाल में आए के साधन पर ध्यान नहीं दिया। 2015-16 में 11 लाख की वसूली पर भी ऑडिट पैरा लगाया था, इसको लेकर भी कोई कार्रवाई नहीं हुई और पूरे वर्ष में एक भी साधारण बैठक नहीं रखी गई, इस पर भी जवाब मांगा जाएगा।
कांग्रेस पार्षद मनोज सैनी ने बताया कि चार वर्षों में किए वादों को जो भाजपा ने पूरा नहीं किया है। इसका जवाब मांगा जाएगा। इसके अलावा भाजपा ने अपने कार्यकाल में आए के साधन पर ध्यान नहीं दिया। 2015-16 में 11 लाख की वसूली पर भी ऑडिट पैरा लगाया था, इसको लेकर भी कोई कार्रवाई नहीं हुई और पूरे वर्ष में एक भी साधारण बैठक नहीं रखी गई, इस पर भी जवाब मांगा जाएगा।