आपको बता दें कि हनुमानगढ़ टाउन निवासी कमल पुत्र रतनलाल मिश्रा, दीपक मिश्रा, अंजू पत्नि कमल, कोमल मिश्रा व रतनलाल आदि ने समय नाम की क्रेडिट कॉ ऑपरेटिव सोसायटी का गठन कर रावतसर में ब्रांच खोल कर पाला राम पुत्र बनवारी लाल जाट निवासी रावतसर को शाखा प्रबंधक बनाया व लोगो से दैनिक जमा ,आरडी व एफडी के माध्यम से पैसे जमा करवाने शुरू कर दिए । कुछ समय बाद सभी आरोपियों ने सारे रुपये इकठ्ठे कर रफूचक्कर हो गए। इस संबंध में रावतसर के ज्ञान सिंह सोलकर, पवन कुमार, महावीर चेतराम, ओमप्रकाश आदि ने मुकदमा दर्ज करवाया।
थाना अधिकारी मोहम्मद अनवर ने बताया कि आरोपियों के खिलाफ नोहर,भादरा, हनुमानगढ़ टाउन संगरिया आदि थानों में भी धोखाधड़ी के मामले दर्ज हैं। जांच अधिकारी ASI सत्यनारायण शर्मा ने बताया कि आरोपियों ने 2012 से सोसायटी के गठन किया था उन्होंने रावतसर व आसपास के क्षेत्र से लाखों रुपये इकठ्ठे कर सोसायटी बंद कर दी थी तब से जमाकर्ता इनके चक्कर काट रहे हैं।
बता दें कि कुछ दिनों पहले नामी कॉ ऑपरेटिव आदर्श क्रेडिट (
adarsh credit cooperative society scam ) का भी करोड़ो रुपयों का गबन एसओजी (
Special Operations Group ) ने पकड़ा था।
SOG ने आदर्श क्रेडिट को-ऑपरेटिव सोसायटी में 14 हजार 800 करोड़ रुपए के घोटाले का पर्दाफाश किया था।
मामले में कंपनी के तीन डायरेक्टर भाई, बेटा, बेटी और दामाद सहित 13 जनों को गिरफ्तार जा चुका है। 187 फर्जी कंपनियों की आड़ में इस घोटाले को अंजाम दिया है। इनमें गुडग़ांव की एक फर्म के नाम-पतों पर ही 125 कंपनियां बना ली गई, जिनकी आड़ और फर्जी दस्तावेजों से सोसायटी के कर्ता-धर्ताओं ने 14 हजार 800 करोड़ रुपए का घोटाला कर रकम को आपस में बांट लिया। सोसायटी मूल रकम के करोड़ों रुपए की ब्याज की राशि को भी अपने खाताधारको को बांटने के बजाय फर्जी दस्तावेजों से खुद ने ही हड़प लिए।