पुलिस जवान दोपहिया वाहनों की और दौड़ते नजर आए। ट्रैफिक के नियमों की उल्लंघना करने पर छात्राओं व युवतियों के भी चालान काटे। इस दौरान कुछ युवतियों की पुलिस कर्मियों के साथ चालान काटने पर बहस हुई तो कुछ पुलिस कर्मियों से अपने परिजनों-परिचितों की फोन पर बात करवाती नजर आई। एक युवती बहस करने लगी तो पुलिस कर्मी ने कहा, पहले हेलमेट लेकर आओ, फिर बहस करना। कई युवतियों ने अपने परिजनों से फोन मिलाया और पुलिसकर्मियों से कहा, अंकल एक बार फोन पर बात करना। कुछ युवतियां कार्रवाई से घबरा गई और उनके हाथ कांपने लगे।
पुलिस को देख बिना हेलमेट पहने कुछ वाहन चालक अपने दुपहिया को मोड़कर वापस ले गए। कई चालक हाथ में हेलमेट लटकाकर जा रहे थे या हेलमेट का फीता नहीं बंधा हुआ था। पुलिस जवानों ने ऐसे वाहन चालकों को रोककर उनसे समझाइश की तथा हेलमेट पहना फीता बांधा। हेलमेट बांधने के तरीकों के बारे में भी बताया। वाहन चालकों को हेलमेट की बारीकियां भी बताई। ट्रेफिक थाना प्रभारी चिंदा ने बताया कि हेलमेट का फीता ठीक प्रकार से बंधा न होने से हेलमेट किसी भी काम का नहीं है। अधिकतर घटनाएं इसी कारण से होती हैं कि हेलमेट तो होता है लेकिन उसका फीता बंधा हुआ नहीं होता। इस पर विशेष रूप से ध्यान देने की जरूरत है। इस दौरान एएसआई रामकिशोर आदि ट्रैफिक कर्मी मौजूद थे।