मृतक के पिता कालीचरण और मृतक की बहन ने बताया कि उनके पड़ोस में रेत डली है। जिससे उनका पानी का निकास बंद था। इस बात को लेकर भाई ने सीएम हेल्पलाइन में शिकायत की थी,जिसे लेकर नगर पालिका ने एक दिन पहले आकर पड़ोसी से रेत हटाने की कही। परिजनों के मुताबिक इसी बात को लेकर प्रदीप शर्मा,भूरा शर्मा और बल्ली शर्मा तीनों ३ अगस्त को सुबह 8 बजे उनके घर आए और उसे किसी काम से बाहर ले गए। उसके बाद से भाई का पता नहीं चला। शुक्रवार को सुबह अखबार देखकर पता चला की उसकी बॉडी ट्रैक पर मिली है।
अगस्त माह में चार दिन में यह जाम लगाने की दूसरी बड़ी घटना है। नगर पालिका चुनाव को लेकर एक ओर आचार संहिता लगी है दूसरी ओर प्रदर्शन व धरना जारी है। प्रशासन आचार संहिता का उल्लंघन होते देख रहा है मगर आंदोलनकारियों की गिरफ्तारी से बच रहा है।
सुबह 9 बजे रेलवे ट्रैक पर युवक का शव मिला और बातते है कि शाम को उसे देहात पुलिस द्वारा दफना दिया गया। पुलिस ने शिनाख्ती के प्रयास नहीं किए गए जबकि नियमानुसार शिनाख्त नहीं होने पर ४८ घंटे तक बॉडी को सुरक्षित रखने का प्रावधान है। इधर, परिजनों ने एसडीएम को आवेदन दिया तब जाकर शुक्रवार को दफनाएं गए शव को बाहर निकाला गया फिर अंतिम संस्कार किया।