कंपनी के प्रतिनिधि ग्वालियर आ चुके हंै। ट्रेन के कायाकल्प पर रेलवे एक करोड़ 30 लाख 47 हजार रुपए खर्च करेगी। ट्रेन में सुविधाओं के नाम पर यात्रियों को बेहतर सुविधा दी जानी है, जिसमें कोच में जीपीएस सिस्टम लगाया जाएगा, जिसमें यात्रियों के लिए कोच के अंदर ही दूसरे स्टेशन की दूरी, नाम और ट्रेन की स्पीड के साथ कई प्रावधान शामिल किए गए है। यह सभी जानकारी ऐसी इस तरह लिखी जाएंगी, जिसे कोच में कम रोशनी या अंधेरा होने पर भी आसानी से देखा जा सकता है। ट्रेन के पुराने कोचों को बदलकर नया रूप दिया जाएगा। वहीं वाई फाई की भी व्यवस्था सभी कोचों में होगी। ट्रेन में सभी बायोटॉयलेट कोच होंगे। वहीं ट्रेन का रंग भी अलग होगा।
झांसी मंडल में ग्वालियर को चुना : झांसी मंडल के अंतर्गत कई छोटे- बड़े स्टेशन आते हैं। इसके तहत ग्वालियर और झांसी से कई ट्रेनों का संचालन भी होता है। जबकि झांसी में कई अधिकारियों के साथ यार्ड भी बड़ी है। उसके बावजूद भी ग्वालियर स्टेशन को चुना है। इसके तहत सबसे पहले बुदेलखंड एक्सप्रेस का काम होगा। उसके बाद रतलाम इंटरसिटी को भी बदला जाएगा।
आकर्षक बनाए जाएंगे कोच
उत्कृष्ट ट्रेनों में सभी कोचों को आकर्षक रूप दिया जाएगा। इसके साथ ही सीटों के बीच में लगी टेबल को आक र्षक बनाने के साथ वहां चाय-पानी रखने के लिए होल्डर लगाए गए हैं। ट्रेन के दरवाजों को भी लिए सुंदर रूप दिया जाना है।
दो-दो कोचों पर होगा काम
लखनऊ की कंपनी द्वारा अभी यहां पर बोगियों को संवारने के लिए 80 फीसदी सामान आ गया है। कंपनी इसी हफ्ते से ट्रेन के दो-दो कोचों को यार्ड में रखकर काम को शुरू करेगी। इसके तहत इस ट्रेन के 40 कोचों का रख-रखाव किया जाएगा। जरूरत पडऩे पर हर बार दो से बढ़ाकर चार कोचों पर काम किया जाएगा। इसके तहत कुंभ मेले से फ्री होकर लौटे ट्रेन के रैक को बुदेलखंड में जोडकऱ चलाया जाएगा।
चंबल में लग चुके हैं एलएचबी कोच
अभी दो माह पहले ही ग्वालियर से चलने वाली चंबल एक्सप्रेस में एलएचबी कोच लगाए गए हंै। इन कोचों के लगने से यात्रियों को काफी सुविधा हो गई है। ट्रेन के सभी कोच साफ-सुथरे होने के साथ आराम दायक भी हो गए हैं।
इस हफ्ते काम शुरू
उत्कृष्ट योजना के तहत झांसी मंडल में ग्वालियर का चयन किया गया है, जिसमें बुदेलखंड का अपग्रेडेशन किया जाना है। कंपनी इस हफ्ते से काम शुरू कर देगी।
मनोज कुमार सिंह, पीआरओ झांसी मंडल