पुलिस के मुताबिक गोविंदपुरी रामवाटिका के पास रहने वाली पिंकी बाथम गुरुवार दोपहर फांसी के फंदे पर झूल गई। उसके पिता गोपी बाथम का करीब ९ साल पहले निधन हो चुका है। मां मजदूरी करके उसे और उसकी तीन बहन और दो भाइयों का पालन पोषण कर रही थी। घर की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है इसलिए बहनें और भाई भी मजदूरी करने जाते हैं। गुरुवार को घर पर कोई नहीं था। उसी बीच पिंकी ने दुपट्टे का फंदा गले में बांधकर फांसी पर झूल गई। कुछ देर बाद छोटी बहन चौका-बर्तन करके घर लौटी। आवाज लगाई तो कोई जबाव नहीं मिला। कमरे में जाकर देखा तो पिंकी फांसी पर झूल रही थी। बहन का फांसी पर लटका देख वह चीख पड़ी। फिर कैची से दुपट्टा काटकर पिंकी को नींचे उतारा। तब तक मोहल्ले के लोग भी आ गए। उन्होंने देखा तो पिंकी दम तोड़ चुकी थी। कुछ देर बाद विश्वविद्यालय थाना पुलिस भी आ गई। पुलिस का कहना है पिंकी पढ़ी लिखी नहीं थी। इसलिए कोई सुसाइड नोट तो नहीं मिला। लेकिन कमरे में मोबाइल जरूर मिल गया। अब पुलिस पता कर रही है कि आखिरी बार उसकी मोबाइल पर किससे और क्या बात हुई।
युवक ने फांसी लगाकर की खुदकुशी
युवक ने फांसी लगाकर की खुदकुशी
बहोड़ापुर मे भी एक युवक ने फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। पुलिस का कहना है अभी मौत की वजह पता नहीं चली। घरवालों के बयान के बाद ही वजह पता चलेगी। पुलिस के मुताबिक आनंद नगर निवासी चेतन कुमार (२७) पुत्र देवेन्द्र ने बुधवार को फांसी लगाई है। सुसाइड की खबर मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची। लेकिन परिजन गमगीन थे इसलिए पूछताछ नहीं हो सकी।