मंगलवार-बुधवार की दरमियानी रात पुलिस को किसी ने फोन करके बताया गिरगांव के पास कुछ लोग खुद को पुलिस बताकर ट्रक डंपर को रोककर वाहनों से वसूली कर रहे है। रात्रि गश्त में सीएसपी मुनीष राजौरिया और टीआइ हजीरा आलाके परिहार थे। वह तुंरत मौके पर पहुंचे। पुलिस को देखा तो कुछ लोग भाग गए। लेकिन रामहेत सिंह गुर्जर खड़ा मिल गया। उसके पास से ८ रसीद कट्टे भी मिले। सफेद रंग की बिना नंबर की कार खड़ी मिली। सीएसपी ने कट्टे और कार महाराजपुरा पुलिस के हवाले कर जांच के लिए सौंप आए। महाराजपुरा के एसआई जगतपाल सिंह का कहना था कट्टे ऑरिजनल थे। उन लोगों के पास नगर निगम के वसूली का ठेका है। चूंकि कार बिना नंबर की थी इसलिए उसका चालान किया गया है।
वाहनों को रोकने से लग गया था जाम
यह लोग गिरगांव के सामने कार खड़ी करके वाहनों को रोक रहे थे। इस कारण वाहनों की लाइन लग गई। जाम भी लग रहा था। कुछ वाहन चालकों से विवाद भी हो रहा था। तभी किसी ने पुलिस को फोन कर दिया। हालांकि पुलिस जब पहुंची तो जाम को खुलावाया गया। बताया जाता है कि वसूली का ठेका सुनील दांतरे के पास है।
इनका कहना है
वसूली की शिकायत मिलने पर वहां गए थे। रामहेत नाम का व्यक्ति मिला। उसका कहना था नगर निगम की वसूली का ठेका है। उससे रसीद कट्टे और बिना नंबर की कार मिली थी। दोनों चीजें महाराजपुरा थाने में देकर प्रभारी को जांच करने के लिए कहा था।
मुनीष राजौरिया, सीएसपी