यह भी पढ़ें
पानी पर तनाव : बरई में किसानों ने तोड़ी नहर,विधायक फिर पानी ले गए हिम्मतगढ़
पिछले कुछ समय से उनका दिल्ली के एम्स अस्पताल में इलाज चल रहा था। उनका चेकअप होना था और कुछ दवाएं भी लेना थीं। इसलिए सोमवार को रात को राजेन्द्र सिंह कार से दिल्ली के लिए रवाना हुए थे। उनके साथ बेटा रमन और उसका सुरक्षा गार्ड प्रमोद सिंह भी थे। भाईजी चौहान ने बताया परिजन आगरा के सदर इलाके को क्रॉस कर रहे थे, वहां सडक़ पर गाय कार के सामने आ गई।
यह भी पढ़ें
बड़ी खबर : संविदा शिक्षकों के भर्ती शुरू,आधार कार्ड नहीं तो फार्म नहीं भर सकेंगें,ये है नियम
ड्राइवर ने उसे बचाने की कोशिश की तो कार अनकंट्रोल होकर डिवाइडर से टकरा गई। रमन और सुरक्षा गार्ड पीछे बैठे थे, पिता राजेन्द्र सिंह ड्राइवर के बाजू में थे। तेजी से टक्कर होने पर वह कार के डैशबोर्ड से टकराकर गंभीर जख्मी हो गए। इसमें आरक्षक गार्ड प्रमोद सिंह भी चोटिल हुआ। दोनों को रमन और कार चालक जख्मी हालत में प्राइवेट अस्पताल ले गए। करीब दो घंटे इलाज के बाद पिता की मौत हो गई।
यह भी पढ़ें
FACEBOOK ने मिलाया इस मां को अपने बिछड़े बच्चों से, यूं रहा गुजरात से M.P का सफर
चश्मदीद गवाह होने पर मिला गार्ड
तानसेन रोड पर अभिषेक तोमर हत्याकांड में रमन चौहान चश्मदीद साक्षी हैं, इसलिए सुरक्षा को देखते हुए सुरक्षा गार्ड मिला है। बीती रात आरक्षक प्रमोद सिंह गार्ड डयूटी में साथ था।