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देश-दुनिया में फैले हमारे छात्र बनेंगे हमारी ताकत

locationग्वालियरPublished: Feb 18, 2019 08:10:34 pm

Submitted by:

Harish kushwah

कृषि महाविद्यालय ने हमको जीवन की वह दिशा दिखाई है। जिससे आज हम लोग अपने-अपने क्षेत्रों में काबिल हैं। यह सब हमारे गुरुजनों की देन है। हम सभी अब अपने विश्वविद्यालय और महाविद्यालय का मान गौरव बढ़ाए और नए छात्रों का सहयोग करने एकजुटता से सहर्ष तैयार है

Alumini Meat

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ग्वालियर. कृषि महाविद्यालय ने हमको जीवन की वह दिशा दिखाई है। जिससे आज हम लोग अपने-अपने क्षेत्रों में काबिल हैं। यह सब हमारे गुरुजनों की देन है। हम सभी अब अपने विश्वविद्यालय और महाविद्यालय का मान गौरव बढ़ाए और नए छात्रों का सहयोग करने एकजुटता से सहर्ष तैयार है। यह बात राजमाता विजयाराजे सिंधिया कृषि विश्वविद्यालय में पूर्व छात्रों ने परिसंवाद कार्यक्रम में कहीं। छात्रों ने वादा किया कि हम विश्वविद्यालय के गौरव को देश दुनिया में बढ़ाने वे अपने मूल संस्थान से निरंतर एकजुटता के साथ जुड़े रहेंगे। इस अवसर पर कुलपति प्रो. एसके राव ने कहा कि कृषि महाविद्यालय के भूतपूर्व छात्रों की इस प्रथम एल्यूमिनी मीट ने एक आत्मीय वातावरण बनाया है। हम किसानों की आमदनी बढ़ाने के साथ छात्रों को उद्यमिता सिखाने से लेकर कृषि क्षेत्र में रोजगार पैदा करने विस्तृत काम करना चाहते है। इस लक्ष्य में एल्यूमिनी मीट के जरिए देश दुनिया में फैले हमारे छात्रगण हमारी ताकत बनेंगे। ऐसा हमें विश्वास है। इस अवसर पर पूर्व कुलपति प्रो.एएस तिवारी सहित अनेक भूतपूर्ण छात्रगण मौजूद थे।
हर वर्ष दिया जाएगा स्वर्ण पदक

भूतपूर्व छात्रों की समिति की ओर से डॉ. सर्वेश पुरोहित ने घोषणा की कि हर वर्ष पीएचडी, एमएससी व बीएससी के उत्कृष्ट छात्रों को 51, 31 और 21 हजार की सम्मान राशि व पदक भेट किए जाएंगे। भूतपूर्व छात्रों की टीम में विजय पाठक, राजेश दीक्षित, रनीश गुप्ता, अमित शर्मा, जयदीप भदौरिया, गिर्राज गुर्जर, अवधविहारी शर्मा आदि शामिल है।
फुलवारी प्रदर्शनी ने मोहा मन

राजविजय फुलवारी में दूसरे दिन भी किसानों एवं पौध प्रेमियों द्वारा लगाई गई फल फूल , शाक सब्जी प्रदर्शनी आर्कषण का केन्द्र बनी रही। फुलवारी में तरह- तरह के फूलों, विभिन्न किस्मों के फल, सब्जियों एवं पुष्प प्रदर्शनी को देखने पहुंचे। कार्यक्रम के समापन अवसर पर जीवाजी विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. संगीता शुक्ला ने कहा कि बागगानी न केवल पर्यावरण केन्द्रित शौक है, बल्कि ये किसानों से लेकर विभिन्न उद्यमियों के लिए रोजगार का जरिया भी है। कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. राव ने विजेताओं को पुरस्कृत भी किया।
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