scriptअब जेईई एग्जाम में अपनी रैंक सुधार सकेंगे स्टूडेंट्स | Now students will be able to improve their rank in JEE exam | Patrika News

अब जेईई एग्जाम में अपनी रैंक सुधार सकेंगे स्टूडेंट्स

locationग्वालियरPublished: Feb 18, 2019 08:05:46 pm

Submitted by:

Harish kushwah

जेईई उम्मीदवार अप्रैल-2019 में होने वाले जेईई मेन के दूसरे सत्र में अपनी रैंकिंग में सुधार कर सकते हैं। एनटीए ने 2019 से साल में दो बार जेईई मेन परीक्षा आयोजित करने का निर्णय किया है और इस निर्णय से कई उम्मीदवारों को एक अतिरिक्त लाभ मिलेगा।

JEE exam

JEE exam

ग्वालियर. जेईई उम्मीदवार अप्रैल-2019 में होने वाले जेईई मेन के दूसरे सत्र में अपनी रैंकिंग में सुधार कर सकते हैं। एनटीए ने 2019 से साल में दो बार जेईई मेन परीक्षा आयोजित करने का निर्णय किया है और इस निर्णय से कई उम्मीदवारों को एक अतिरिक्त लाभ मिलेगा। जो छात्र पहले प्रयास में चूक गए या एडवांस के लिए क्वालिफाई करने के लिए अपनी रैंकिंग में सुधार करना चाहते हैं।
उनके लिए अपनी तैयारी में सुधार करने का यह बेहतर मौका है। फिटजी एक्सपर्ट रमेश बटलिश ने बताया कि स्टूडेंट्स को प्रतिदिन भौतिकी, रसायन विज्ञान और गणित में कम से कम 50-60 संख्यात्मक प्रश्नों को हल करना चाहिए। अवधारणा की स्पष्टता के साथ इसे हल करने से अधिक सफलता हासिल होती है क्योंकि परीक्षा में एक निश्चित पैटर्न नहीं हो सकता है। हालांकि सवालों को हल करने के लिए यह अच्छा है। मेन 2019 के लिए सामान्य रैंक सूची अप्रैल की परीक्षा के परिणाम घोषित होने के बाद मई के पहले सप्ताह में उपलब्ध करायी जाएगी।
को-सब्जेक्ट पर भी करना होगा फोकस

उन्होंने कहा बोर्ड की परीक्षा और जेईई मेन के दूसरे प्रयास के बीच बहुत कम अंतर रहेगा। विभिन्न सब्जेक्ट में कुछ को-सब्जेक्ट होते हैं। जिन पर आम तौर पर बोर्ड में अधिक वेटेज होते हैं क्योंकि इसमें प्रश्न सब्जेक्टिव प्रकार के होते हैं। कुछ ऐसे को-सब्जेक्ट्स भी हैं जो जेईई मेन का हिस्सा होते हैं, लेकिन जेईई एडवांस परीक्षा का हिस्सा नहीं होते हैं। इसलिए कुछ छात्र अपनी तैयारी के दौरान इन्हें अनदेखा कर देते हैं अप्रैल सत्र के एग्जाम में शामिल होने के लिए पंजीकरण की प्रक्रिया 8 फरवरी से 7 मार्च तक चलेगी।
क्वेश्चन पेपर की हॉर्ड कॉपी ही भेजेगा सीबीएसई

ग्वालियर. केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने फैसला किया है कि वह 10वीं और 12वीं कक्षा की बोर्ड परीक्षाएं पारंपरिक तरीके से ही आयोजित कराएगा। यानी परीक्षा के दौरान छात्रों को क्वेश्चन पेपर की हार्ड कॉपी उपलब्ध कराई जाएगी। बता दें कि सीबीएसइ ने पेपर लीक मामले को देखते हुए फैसला किया था कि परीक्षा केंद्रों पर प्रश्न पत्रों की हार्ड कॉपी भेजने के बजाय उन्हें इ-लिंक और सीडी के जरिए भेजा जाएगा। यह भी तय किया गया था कि प्रश्न पत्रों का प्रिंट परीक्षा सेंटरों पर ही निकाला जाएगा, लेकिन अब इस समाधान को 2019 की बोर्ड परीक्षाओं के दौरान केवल एक बैकअप विकल्प के तौर पर इस्तेमाल किया जाएगा।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो