शहर में हॉस्पिटल रोड पर स्थित मेडिकल स्टोर्स पर पत्रिका टीम गई तो कुछ मेडिकल स्टोर ने कोडीनयुक्त सीरप देने से मना कर दिया। लेकिन कुछ मेडिकल पर कोडीन की जगह दूसरे फार्मूले की सीरप आसानी से उपलब्ध करा दी गई। आनंद नगर स्थित मेडिकल पर भी बिना किसी पर्चे के ही दवा उपलब्ध करा दी गई। जबकि कफ सीरप को डॉक्टर के बिना प्रिसक्रिप्शन के देने पर पाबंदी है। एेसा करने पर कार्रवाई का भी प्रावधान है लेकिन ड्रग विभाग द्वारा इनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जाती।
मेडिकल स्टोर दुकानदार से बातचीत रिपोर्टर: प्रतिबंधित दवा का नाम बताते हुए देने के लिए कहता है।
कर्मचारी: ये तो दवा नहीं है लेकिन दूसरी दवा है, आप कहें तो दे दूं।
रिपोर्टर: रिपोर्टर दो तीन कंपनी की दवाएं दिखाने की बात कहता है।
कर्मचारी: ये देखिए बहुत अच्छी कफ सीरप हैं।
रिपोर्टर: दो सीरप दे दो।
कर्मचारी: बिना किसी सवाल किए या पर्चा लिए ही दोनों सीरप दे दीं।
कर्मचारी: ये तो दवा नहीं है लेकिन दूसरी दवा है, आप कहें तो दे दूं।
रिपोर्टर: रिपोर्टर दो तीन कंपनी की दवाएं दिखाने की बात कहता है।
कर्मचारी: ये देखिए बहुत अच्छी कफ सीरप हैं।
रिपोर्टर: दो सीरप दे दो।
कर्मचारी: बिना किसी सवाल किए या पर्चा लिए ही दोनों सीरप दे दीं।
सीरप पर भी लिखी चेतावनी के बाद भी थमा देते हैं सीरप का गलत इस्तेमाल किए जाने के चलते कई दवाएं प्रतिबंधित कर दी गई हैं। इसके अलावा जो कफ सीरप उपलब्ध है उनका भी इस्तेमाल नशे के तौर पर लोग करने लगे हैं। जिसके चलते इसकी बिक्री के लिए नियम बनाए गए हैं। यहां तक कि दवा कंपनियों ने भी साफ तौर पर सीरप पर लिख दिया है कि ये दवा बिना डॉक्टर द्वारा लिखे न दी जाए। दरअसल कफ सीरप में एेसे तत्व होते हैं जिनसे नशा होता है। ये बच्चों के लिए बहुत ही खतरनाक साबित हो सकती हैं। शहर में बड़ी संख्या में बच्चे इस नशे का इस्तेमाल कर रहे हैं। प्रशासन एवं सामाजिक संस्थाओं ने एेसे कई बच्चों को नशे की गिरफ्त से छुड़ाया भी है। रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड सहित शहर के विभिन्न क्षेत्रों में बच्चे अभी भी इस तरह का नशा करते मिल जाते हैं। इन सबको देखते हुए ही सीरप पर चेतावनी लिखी गई है। लेकिन दवा बिक्रेता इसे दरकिनार कर पैसों के लिए किसी को भी कफ सीरप थमा देते हैं।
एक पर्चे पर सिर्फ एक सीरप कफ सीरप का होने वाले गलत इस्तेमाल के चलते ड्रग विभाग ने कुछ नियम बनाए हैं जिसके तहत एक डॉक्टर के पर्चे पर सिर्फ एक ही कफ सीरप ले सकते हैं। लेकिन इन सबको अनदेखी कर कफ सीरप थमा दी जाती है। जबकि प्रशासन ने इसको लेकर कई बार मेडिकल स्टोर्स संचालकों को निर्देश दिए थे कि वो बिना पर्चे के कफ सीरप नहीं देंगे।
ड्रग इंसपेक्टर अजय ठाकुर से सीधी बात
कफ सीरप क्या बिना पर्चे के मिल सकती है?
नहीं कफ सीरप के गलत इस्तेमाल के चलते बिना पर्चे पर बिक्री पर रोक लगा दी है।
कोडीनयुक्त सीरप बिक सकती हैं क्या?
कोडीनयुक्त सीरप को बंद कर दिया है अब ये नहीं आ रही हैं।
शहर में कई जगहों पर बिना किसी पर्चे के मेडिकल संचालक कफ सीरप दे रहे हैं। यहां तक कि बच्चों को भी सीरप दे देते हैं, जिनका इस्तेमाल नशे के तौर पर किया जाता है?
एेसा करना गलत है, हम जांच करेंगे और अगर एेसा हुआ तो संबंधित मेडिकल के खिलाफ कार्रवाई करेंगे।
जो दवाएं प्रतिबंधित हैं उनकी जगह पर कुछ सब्सटीट्यूट बाजार में उपलब्ध हैं?
अगर एेसा है तो हम जांच कर कार्रवाई करेंगे।
कफ सीरप का गलत इस्तेमाल करने के लिए क्या कदम उठा रहे हैं?
हम समय-समय पर मेडिकल स्टोर्स की जांच पड़ताल करते हैं और शिकायत मिलने पर संबधित के खिलाफ कार्रवाई करते हैं। जल्द ही दवाओं के फार्मूले बदलने वाले हैं। इसके बाद कोई समस्या नहीं रहेगी।
कफ सीरप क्या बिना पर्चे के मिल सकती है?
नहीं कफ सीरप के गलत इस्तेमाल के चलते बिना पर्चे पर बिक्री पर रोक लगा दी है।
कोडीनयुक्त सीरप बिक सकती हैं क्या?
कोडीनयुक्त सीरप को बंद कर दिया है अब ये नहीं आ रही हैं।
शहर में कई जगहों पर बिना किसी पर्चे के मेडिकल संचालक कफ सीरप दे रहे हैं। यहां तक कि बच्चों को भी सीरप दे देते हैं, जिनका इस्तेमाल नशे के तौर पर किया जाता है?
एेसा करना गलत है, हम जांच करेंगे और अगर एेसा हुआ तो संबंधित मेडिकल के खिलाफ कार्रवाई करेंगे।
जो दवाएं प्रतिबंधित हैं उनकी जगह पर कुछ सब्सटीट्यूट बाजार में उपलब्ध हैं?
अगर एेसा है तो हम जांच कर कार्रवाई करेंगे।
कफ सीरप का गलत इस्तेमाल करने के लिए क्या कदम उठा रहे हैं?
हम समय-समय पर मेडिकल स्टोर्स की जांच पड़ताल करते हैं और शिकायत मिलने पर संबधित के खिलाफ कार्रवाई करते हैं। जल्द ही दवाओं के फार्मूले बदलने वाले हैं। इसके बाद कोई समस्या नहीं रहेगी।