वहीं प्रायवेट बस ऑपरेटर यूनियन ने सोमवार को इस संबंध में कलेक्टर व जिला निर्वाचन अधिकारी मुरैना को ज्ञापन भी दिया है। ज्ञापन में कहा है कि हम से राजनीतिक दल अपना प्रभाव के साथ प्रशासनिक दबाव बनाकर बसें ले जाते हैं बसों को जो हमें परमिट दिए गए हैं वो जनहित में जनता सुविधा हेतु लोकहित में दिए गए हैं जिसे हम संचालित करते हैं। इस तरह की रैलियों में जाने से हमारे परमिटों की शर्तों का उल्लंघन भी होता है। जो जनहित व लोकहित में नही हैं।
बस ऑपरेटर ने कहा है कि राजनैतिक दल जो राजनीतिक और प्रशासनिक दबाव बना रहे हैं उनसे भी बचाया जाए और हमें सुरक्षा प्रदान की जाए जिससे हम अपने परमिटों की शर्तों के अनुसार नियमित संचालन करते रहें। इसके बावजूद भी हमसे राजनीतिक व प्रशासनिक दबाव बनाकर बसें ली तो हम को मजबूरन न्यायालय की शरण लेने के लिए मजबूर होना पड़ेगा। उसकी समस्त जिम्मेदारी प्रशासन की होगी।
बैठक में यूनियन के अध्यक्ष जसवंत सिंह फौजी, अनुराग सिकरवार, खन्ना सिकरवार, फेरन सिंह, सोनू शर्मा, मनोज सिंह, अतुल सिंह, लोकेन्द्र ङ्क्षसह, रामप्रकाश सिंह, अशोक तिवारी, बनवारी, फिरंगी सिंह, कल्लू सिंह, रंजीत सिकरवार, श्याममोहन, दिनेश ङ्क्षसह, सोनू, अशोक, अनूप सिंह, सुरेश तिवारी, नरेन्द्र ङ्क्षसह, श्यामवीर ङ्क्षसह, राजू सिंह, अमर ङ्क्षसह, पवन सिकरवार, केदार सिंह, लाल सिंह, रक्षपाल सिंह, मोनू गुर्जर, नरेन्द्र ङ्क्षसह, रामवीर परिहार, के पी राठौड़, पुष्पेन्द सिंह, संजय परिहार आदि शामिल थे।