किसानों के कर्ज माफ हों
“किसानों के कर्ज माफ किए जाएं। प्राइमरी शिक्षा पद्धति अच्छी हो सके, इस पर काम किया जाना चाहिए। गरीबों को रोजगार मिले और नशामुक्ति पर भी ध्यान दिया जाना चाहिए।”
तमन्ना खान, समाजसेवी
“किसानों के कर्ज माफ किए जाएं। प्राइमरी शिक्षा पद्धति अच्छी हो सके, इस पर काम किया जाना चाहिए। गरीबों को रोजगार मिले और नशामुक्ति पर भी ध्यान दिया जाना चाहिए।”
तमन्ना खान, समाजसेवी
बेहतर सडक़ें बनें
“विकास के लिए बेहतर सडक़ों का होना सबसे जरूरी है। क्षेत्र में ऐसी सडक़ों का निर्माण किया जाए ताकि वे पांच साल से भी अधिक समय तक चलें। इसके साथ ही छोटी बच्चियों के संरक्षण पर काम किया जाना चाहिए।”
दीपा शर्मा, सहायक अध्यापिका
“विकास के लिए बेहतर सडक़ों का होना सबसे जरूरी है। क्षेत्र में ऐसी सडक़ों का निर्माण किया जाए ताकि वे पांच साल से भी अधिक समय तक चलें। इसके साथ ही छोटी बच्चियों के संरक्षण पर काम किया जाना चाहिए।”
दीपा शर्मा, सहायक अध्यापिका
गंदगी से निजात मिले
“इस विधानसभा की सबसे प्रमुख समस्या गंदगी की है। यहां के कई क्षेत्रों में पिछले कुछ समय से गंदगी का आलम बना हुआ है। इस पर ध्यान देते हुए नलों में आने वाले गंदे पानी की समस्या से निजात मिलनी चाहिए।”
विनीता शर्मा, अध्यापिका
“इस विधानसभा की सबसे प्रमुख समस्या गंदगी की है। यहां के कई क्षेत्रों में पिछले कुछ समय से गंदगी का आलम बना हुआ है। इस पर ध्यान देते हुए नलों में आने वाले गंदे पानी की समस्या से निजात मिलनी चाहिए।”
विनीता शर्मा, अध्यापिका
कानून कड़ाई से लागू हो
“हर बच्चे को मुफ्त और अनिवार्य शिक्षा का प्रावधान बनाया जाना चाहिए। भू्रण हत्या और दहेज हत्या के मामले में प्रचलित कानूनों का कड़ाई से पालन होना ही चाहिए।”
नीरू सगर, गृहिणी
“हर बच्चे को मुफ्त और अनिवार्य शिक्षा का प्रावधान बनाया जाना चाहिए। भू्रण हत्या और दहेज हत्या के मामले में प्रचलित कानूनों का कड़ाई से पालन होना ही चाहिए।”
नीरू सगर, गृहिणी
उद्योगों के लिए कार्य हों
“उद्योगों के विकास के बारे सोचा जाना चाहिए। खासकर महाराजपुरा आदि क्षेत्रों में बंद पड़े उद्योगों को फिर से जीवित करना होगा। योजनाबद्ध तरीके से सभी विभागों में समन्वय के साथ काम होना चाहिए।”
आशीष वैश्य, सचिव, श्यामा प्रसाद मुखर्जी औद्योगिक ऐसोसिएशन
“उद्योगों के विकास के बारे सोचा जाना चाहिए। खासकर महाराजपुरा आदि क्षेत्रों में बंद पड़े उद्योगों को फिर से जीवित करना होगा। योजनाबद्ध तरीके से सभी विभागों में समन्वय के साथ काम होना चाहिए।”
आशीष वैश्य, सचिव, श्यामा प्रसाद मुखर्जी औद्योगिक ऐसोसिएशन