इस व्यवस्था से प्रतीक्षा कर रहे रोगी के समय को बचाया जा सकता है, रोगी की बेहतर निगरानी, दवा और उसके प्रभावों की निगरानी, प्रयोगशालाओं के परीक्षणों का बेहतर मूल्यांकन, डॉक्टर से एप्वाइंटमेंट, पंजीकरण और प्रवेश में आसानी, बेड आक्यूपेंसी अनुपात, रिकॉर्ड कीपिंग में सुधार, गंभीर रोगियों की सूचना का तुरंत आदान प्रदान, महत्वपूर्ण वस्तुओं, दवाओं के भण्डारण की निगरानी, दवाओं पर बैच एक्सपायरी डेटऔर अन्य डेटा पर नजर सहित अन्य कार्य शामिल है। अस्पताल अधीक्षक डॉ अशोक मिश्रा ने कहा कि इस सिस्टम के स्थापित होने पर अस्पताल की व्यवस्थाओं को और बेहतर किया जा सकता है। इसलिए इस पर विचार किया जा रहा है।