रविवार-सोमवार की दरमियानी रात बेंगलुरु राजधानी एक्सप्रेस से एक महिला और पुरुष बैग सहित उतरे। रात में प्लेटफॉर्म पर इंतजार करने के बाद सुबह 9 बजे के आसपास दोनों प्लेटफॉर्म एक के बाहर सर्कुलेटिंरग एरिया में जाकर बैठ गए। तभी आरपीएफ टीआई की नजर उन पर पड़ी। जब आरपीएफ ने महिला-पुरुष से बैग की जानकारी मांगी तो वे सकपका गए और कोई जवाब नहीं दे सके और दोनों ने भागने का प्रयास किया, लेकिन आरपीएफ की टीम ने दोनों को पकड़ लिया और दोनों से पूछताछ की गई।
जब उनके बैग की तलाशी ली गई तो उसमें 62 किलो गांजा मिला। बरामद गांजे की कीमत लगभग 8 लाख रुपए है। आरपीएफ ने अनिल पाल पुत्र कमलसिंह निवासी मुरार और माधुरी शाक्यवार लोहामंडी को गिरफ्तार कर लिया है। मंगलवार को दोनों को जेल भेजा जाएगा। वहीं बरामद गांजे को नारकोटिक्स में जमा कराया जाएगा। पुलिस अब उनसे पता करने का प्रयास कर रही है कि उन्हें नशे की खेप किसने दी और यह सामान वे किसे उपलब्ध कराने वाले थे। दोनों ने आरपीएफ को बताया कि यह गांजा वह किसी शर्मा जी को देने के लिए इंतजार में बैठे थे।
वीआइपी ट्रेन में कोई शक नहीं करता
जब आरपीएफ ने दोनों से पूछताछ की तो उन्होंने बताया कि वीआइपी कोच में नशे की तस्करी करने में कोई परेशानी नहीं होती। क्योंकि इन ट्रेनों में वीआइपी ज्यादा होते हैं, जिसके चलते चेकिंग होने पर पकड़े जाने का खतरा नहीं होता।
युवक-युवती को गांजे सहित पकड़ा है
रविवार- सोमवार की दरमियानी रात को बेंगलुरु राजधानी से गांजा लेकर आए युवक- युवती को सर्कुलेटिंग एरिया से पकड़ा गया है। इनको मंगलवार को जेल भेजा जाएगा।
आनंद पांडेय, टीआइ आरपीएफ