ग्वालियर झरोखा एप कर रहा मदद कुछ समय पूर्व ही राज्य पुरातत्व विभाग की ओर से टूरिस्ट की मदद के लिए ग्वालियर झरोखा एप लांच किया गया है। इसके जरिए ग्वालियर जिले के सभी मॉर्न्यूमेंट्स, टै्रफिक, हॉस्पिटल आदि की जानकारी टूरिस्ट को प्राप्त हो रही है।
एक नजर ग्वालियर में इंडियन टूरिस्ट मई-जून और फॉरेनर टूरिस्ट अक्टूबर से फरवरी माह में अधिक आते हैं। रूट के कारण फॉरेनर टूरिस्ट अभी कम आ रहे हैं। फॉरेनर टूरिस्ट यदि किसी कंपनी के जरिए यहां आते हैं तो उन्हें आगरा तक लाकर वापस भेज दिया जाता है।
आने वाले समय में और बढ़ेंगे पर्यटक ग्वालियर दुर्ग और गूजरी महल म्यूजियम में आने वाले टूरिस्ट की संख्या में हर साल बढ़ोतरी हो रही है। गत वर्ष भी इसमें बढ़त हुई है। टूरिस्ट के लिए ग्वालियर दुर्ग पर विभाग ने अनुरक्षण कार्य भी कराया है। इसके साथ ही म्यूजियम में भी गैलरी बनाने का काम चल रहा है। आने वाले समय में टूरिस्ट की संख्या में और भी इजाफा होगा।
एसआर वर्मा, डिप्टी डायरेक्टर, राज्य पुरातत्व विभाग ये है आंकड़ा 2017 गूजरी महल में आए टूरिस्ट भारतीय – 19,388 विदेशी – 202 किले पर आए टूरिस्ट भारतीय – 1,47,626
विदेशी – 567 2018 गूजरी महल में आए टूरिस्ट भारतीय – 35,433 विदेशी – 544 किले पर आए टूरिस्ट भारतीय – 2,80,225 विदेशी – 1,080