मैंने जब उनसे कहा कि इस तरह की हरकत क्यों कर रहे हो तो उन्होंने गाली-गलौंज की। जब गाली देने से मना किया तो तीनों ने मेरे लडक़े जय व हेमन्त राठौर की लात घूसों से मारपीट की और धमकी दी कि अगर पुलिस में शिकायत की तो जान से मार देंगे। पुलिस ने पीडि़त की शिकायत पर तीनों आरोपियों पर केस दर्ज किया है।
ऐसा ना करें – आजकल मोबाइल पर वीडियो शूट करने का सोशल-मीडिया पर डालने का ट्रेंड बन गया है। जिसके लिए कई लोग गलत तरीकों का इस्तेमाल भी करते हैं। जिससे वह क्राइम के श्रेणी में आ जाता है और मामला पुलिस तक पहुंच जाता है जिससे बच्चों का कैरियर तक खराब हो जाता है। सोशल नेटवर्किंग वेबसाइटों, ई-मेल, चैट वगैरह के जरिए बच्चों या महिलाओं को तंग करने के मामले जब-तब सामने आते रहते हैं। डिजिटल जरिए से किसी को अश्लील या धमकाने वाले संदेश भेजना या किसी भी रूप में परेशान करना साइबर क्राइम के दायरे में आता है। किसी के खिलाफ दुर्भावना से अफवाहें फैलाना (जैसा कि पूर्वोत्तर के लोगों के मामले में हुआ), नफरत फैलाना या बदनाम करना।
कानून
– आईटी (संशोधन) कानून २००९ की धारा ६६ (ए)
सजा: तीन साल तक की जेल और/या जुर्माना