पुलिसकर्मियों ने रोकना चाहा तो भीड़ उन पर भी हावी हो गई। करीब आधे घंटे तक दोनों पक्षों में संघर्ष चला। एसपी सहित करीब 150 पुलिसकर्मियों के फोर्स ने बस्ती को घेर लिया, तब स्थिति काबू में आई। दोनों पक्षों के चार लोगों को हिरासत में लिया है। उधर बस्ती वालों का कहना है कि दो दिन पहले शांति समिति की बैठक में अधिकारियों की मौजूदगी में गरमागरमी हुई थी, उस वक्त दोनों पक्षों को समझाया गया था।
पुलिस ने बताया गोल इंदरगंज में धार्मिक स्थल के सामने पंडाल का पाइप लगाने को लेकर दो पक्षों में तनाव चल रहा था। शुक्रवार शाम को एक समुदाय के लोगों ने इकट्ठे होकर कहा पाइप यहीं लगेगा, इस पर बात बिगड़ गई। एक दूसरे पर हावी होने की कोशिश में पथराव हो गया।
लोगों का कहना है कि घटना के वक्त इंदरगंज थाने का फोर्स भी बस्ती में मौजूद था, पुलिस ने भीड़ को काबू करने की कोशिश की, लेकिन लोगों ने पुलिसकर्मियों पर पथराव कर उन्हें खदेड़ दिया, फिर दूसरे गुट पर हावी होने की कोशिश में उनके दरवाजे तोडक़र अंदर घुसने की कोशिश की। हालात बिगड़ते देखकर पुलिसकर्मियों ने मदद के लिए फोर्स को कॉल किया। पथराव में दोनों पक्षों के पांच लोग जख्मी हो गए। पुलिस ने विवाद भडक़ाने में यूनुस, बबलू, नंदकिशोर सहित चार लोगों को हिरासत में लिया है।
महिलाएं और बच्चे भी लाठी, पत्थर लेकर आ गए
बलवे में फंसे पुलिसकर्मियों का कहना था कि भीड़ बेकाबू थी, उन्हें समझाने की कोशिश की, लेकिन गलियों में से महिलाएं और बच्चे तक लाठी, पत्थर लेकर निकल आए। हाथ जोडक़र उन्हें समझाने की कोशिश की, लेकिन नहीं माने और पुलिस पर हावी हो गए।
बलवे में फंसे पुलिसकर्मियों का कहना था कि भीड़ बेकाबू थी, उन्हें समझाने की कोशिश की, लेकिन गलियों में से महिलाएं और बच्चे तक लाठी, पत्थर लेकर निकल आए। हाथ जोडक़र उन्हें समझाने की कोशिश की, लेकिन नहीं माने और पुलिस पर हावी हो गए।
हमने कहा था कैमरा लगा दो
बस्ती निवासी गालिब का कहना था कि बस्ती में विवाद के दो प्वॉइंट हैं। करीब १० साल से त्योहार के वक्त यहां तनाव होता है। एक जगह पर तो पुलिस ने कैमरा लगा दिया है, वहां हालात काबू में रहते हैं। प्रशासन से कहा था कि यहां भी कैमरा लगा दो, लेकिन किसी ने सुना नहीं। अगर यहां कैमरा लगा होता तो उत्पात करने वाले हिम्मत नहीं करते।
बस्ती निवासी गालिब का कहना था कि बस्ती में विवाद के दो प्वॉइंट हैं। करीब १० साल से त्योहार के वक्त यहां तनाव होता है। एक जगह पर तो पुलिस ने कैमरा लगा दिया है, वहां हालात काबू में रहते हैं। प्रशासन से कहा था कि यहां भी कैमरा लगा दो, लेकिन किसी ने सुना नहीं। अगर यहां कैमरा लगा होता तो उत्पात करने वाले हिम्मत नहीं करते।
बस्ती में रहने वालों को हिदायत दी है कि शांति से त्योहार मनाएं, किसी ने भी माहौल बिगाडऩे की कोशिश की तो पुलिस सख्त कार्रवाई करेगी।
नवनीत भसीन,एसपी