वहीं दूरी ओर छुट्टी होने के कारण जूनियर डॉक्टर भी गिनती के ही ड्यूटी पर तैनात दिखे। मरीजों के परिजन मजबूरी में जैसे-तैसे अपना समय काटकर इलाज करा रहे थे। मेल सर्जिकल वार्ड की गैलरी से लेकर वार्डों के अंदर तक गंदगी जगह-जगह देखने को मिली। ड्यूटी पर तैनात एक जूनियर डॉक्टर ने नाम न छापने की शर्त पर कहा कि सफाई का यहां बुरा हाल है। इसके बारे में कोई कुछ देखने को तैयार नहीं है। जयारोग्य अस्पताल की सफाई का ठेका पांच साल के लिए हाईट कंपनी को मिला है। इस कंपनी ने सफाई और सिक्योरिटी का ठेका किसी अन्य कंपनी को पेटी कॉन्ट्रेक्ट पर दे दिया है।
बाई के हाथ में बंधी पट्टी, कैसे करें सफाई
मेज सर्जिकल वार्ड के बाहर सफाई कंपनी की एक बाई दिखी जिसके हाथ में पट्टी बंधी हुई थी। उसने कहा कि मेरी डयूटी तो अभी शुरू हुई है। मैं तो आठ दिन बाद आज डयूटी पर आई हंू। इसके अलावा सफाई करने के लिए दूर-दूर तक कोई नहीं दिख रहा था। वहीं गंदगी के बीच मक्खियां काफी हो रही थी।
कोई सुनने वाला नहीं है
पिछले कई दिनों से यहां पर इलाज करा रहे हैं। साफ-सफाई का बुरा हाल है। गंदगी की किससे करें शिकायत कोई सुनने वाला नहीं है।
आकाश, निवासी धौलपुर
मजबूरी में रहना पड़ता है
पिताजी का इलाज कराने के लिए यहां पर आए हैैं। इतने बड़े अस्पताल में गंदगी की तरफ किसी का ध्यान नहीं है। मजबूरी में यहां पर रहना पड़ रहा है।
विजय मिश्रा, निवासी छत्तरपुर
कंपनी पर लग चुका है कई बार जुर्माना
सफाई का काम कर रही हाईट कंपनी पर कमिश्नर और अस्पताल प्रशासन कई बार सफाई नहीं होने पर जुर्माना लगा चुके हैं। इसकी शिकायत अब उच्च अधिकारियों तक करेंगे।
डॉ. अमित गुप्ता, सहायक अधीक्षक जेएएच
कूलर की हवा से गंदगी मरीजों तक
मेल सर्जिकल वार्ड के हॉल में एक बड़ा कूलर मरीजों के लिए लगाया गया है। इस कूलर के पीछे कचरे का ढेर लगा हुआ था। कूलर के पीछे कचरा जमा होने के कारण यह बाहर से अच्छी हवा तो कम आ रही थी उसकी जगह कचरे की बदबू मरीजों को घेरे थी। ऐसी स्थिति में मरीज अपनी पीढ़ा किससे कहें।
सीढ़ी पर लगे कचरे के ढेर
मेल सर्जिकल वार्ड के गेट के सामने एक सीढ़ी नीचे जाने के लिए है। यह रास्ता बंद है लेकिन इसको सफाई कर्मचारियों ने कचरे का ढेर बना दिया है। हालात यह है कि सीढिय़ों पर पिछले कई दिनों से कचरर जमा हुआ है। इसकी बदबू पलंगों तक आती है। दोपहर में साफ-सफाई करने के लिए एक दो कर्मचारी तो दिखे लेकिन सब अपनी जिम्मेदारी से बचते रहे।