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MP ELECTION 2018: नोटबंदी के दो साल बाद भी इस भयंकर परेशानी से जूझ रहा है ग्वालियर, जानिए क्या है वो

locationग्वालियरPublished: Nov 20, 2018 12:58:44 pm

Submitted by:

Gaurav Sen

MP ELECTION 2018: नोटबंदी के दो साल बाद भी इस भयंकर परेशानी से जूझ रहा है ग्वालियर, जानिए क्या है वो

demonatisation affect on gwalior economy lack of cash in atm

MP ELECTION 2018: नोटबंदी के दो साल बाद भी इस भयंकर परेशानी से जूझ रहा है ग्वालियर, जानिए क्या है वो

ग्वालियर। नोटबंदी के दो साल बाद बीतने के बाद भी स्कैब चेस्ट नकदी की कमी से जूझ रहे है। रिजर्व बैंक से पर्याप्त कैश नहीं मिलने के कारण बैंक और एटीएम के लिए मांग के मुताबिक नकदी नहीं मिल पा रही है। हालात ये बन पड़े हैं कि शहर के एटीएम को हर रोज 12 से 14 करोड़ कैश की जरूरत है लेकिन 6 से 7 करोड़ रुपए का कैश ही मिल पा रहा है। ऐसे में शहर के एटीएम खाली ही रह रहे हैं। ठीक चुनाव से पहले बड़े नोटों की भी किल्लत बन रही है। एटीएम में भी छोटे नोट ही भरे जा रहे हैं। जानकारी के मुताबिक दीपावली से पूर्व महाराज बाड़ा स्थित एसबीआइ करेंसी स्कैब में 200 करोड़ रुपए का कैश आया था, जो त्योहारी सीजन में लग गया। दीपावली के बाद स्कैब से की ओर से आरबीआई को करीब 300 करोड़ रुपए की मांग भेजी गई है।

कई एटीएम पड़े हैं खाली
कैश की कमी के चलते शहर में एटीएम से रुपए निकालने वाले खासे परेशान हो रहे हैं। एक तो उन्हें 500 और 2000 रुपए के बड़े नोट नहीं मिल पा रहे हैं वहीं दूसरी ओर कई एटीएम खाली भी पड़े हैं। बड़े नोटों की खासी कमी बनी हुई है। इसका पता इसी बात से चलता है कि एटीएम में कैश लोड करने वाली एजेंसियों को 500 रुपए के 20 पैकेट की जगह 5 पैकेट ही मिल पा रहे हैं।

स्कैब चेस्ट में लेने लगे नकदी
लगातार बन रही कैश की किल्लत को दूर करने के लिए महाराज बाड़ा स्थित एसबीआइ करेंसी स्कैब ने अब ग्राहकों से भी बड़ी रकम लेना शुरू कर दिया है। अभी तक ये चालू खाताधारक ग्राहक अपनी-अपनी बैंक शाखाओं में बड़ी रकम जमा कर रहे थे। ये ग्राहक शाखा के साथ स्कैब में भी एक लाख रुपए से ऊपर की रकम जमा कर सकेंगे। यह सुविधा एसबीआइ की शहर में स्थित 34 शाखाओं के करीब 15 हजार चालू खाता धारकों के लिए है। इसके लिए महाराज बाड़ा शाखा में काउंटर बनाया गया है, जो सीधे स्कैब से लिंक रहेगा।

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एटीएम में 100 रुपए के पुराने नोट ही
100 रुपए के नए नोट आने के बाद भी शहर के एटीएम में अभी तक पुराने नोट ही एटीएम में भरे जा रहे हैं। जबकि पिछले तीन महीने में शहर के बैंकों को रिजर्व बैंक ने 100 रुपए के नए नोट की 24 करोड़ रुपए की करेंसी दी है। नया 100 रुपए का नोट एटीएम में इसलिए नहीं भरा जा रहा है क्योंकि ये पुराने नोट से 22 एमएम छोटा है। नए नोट की कैसेट को री-केलिब्रेट और सॉफ्टवेयर अपडेट नहीं होने के कारण ये नहीं डाले जा रहे हैं।
ये बात सही है कि एटीएम मेें भरने के लिए मिलने वाला कैश इन दिनों कम ही मिल रहा है। ऐसे में कई एटीएम खाली भी हो रहे हैं। हमारे 150 एटीएम में फिलहाल रोजाना 6 से 7 करोड़ रुपए का कैश एटीएम में भरा जा रहा है।
धर्मेन्द्र भदौरिया, बोल्ट इंचार्ज, सीएमएस इन्फो सिस्टम प्रालि
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