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ग्वालियर

कूनो में एक साल पहले दक्षिण अफ्रीका लाए गए थे चीते, 33 फीसदी की हो गई मौत

प्रोजेक्ट चीता के तहत दक्षिण अफ्रीका से हुए करार के मुताबिक हर साल 10 चीते भारत लाए जाने हैं, लेकिन अब नई खेप कब आएगी, इसको लेकर कोई चर्चा नहीं हैं। हालांकि पहले दिसंबर में नई खेप आने की बात कही जा रही थी, लेकिन दो माह बीत गए हैं। वहीं अब कूनो में नए चीते आएंगे या मंदसौर के गांधीसागर में ये भी तय नहीं हैं।

ग्वालियरFeb 17, 2024 / 11:21 pm

Avdhesh Shrivastava

कूनो में एक साल पहले दक्षिण अफ्रीका लाए गए थे चीते, 33 फीसदी की हो गई मौत

कूनो में एक साल पहले दक्षिण अफ्रीका लाए गए थे चीते, 33 फीसदी की हो गई मौत

श्योपुर. कूनो नेशनल पार्क में प्रोजेक्ट चीता के तहत दक्षिण अफ्रीका से लाए गए 12 चीतों को आज 18 फरवरी को पूरा एक साल हो गया है। ऐसे में कूनो में एक साल की अवधि में इन दक्षिण अफ्रीकी चीतों की सर्वाइवल रेट देखें तो नामीबियाई चीतों से बेहतर है। क्योंकि दक्षिण अफ्रीका से लाए 12 चीतों में 33.3 फीसदी की चीतों की मौत हुई है और 66.6 फीसदी जीवित हैं, जबकि नामीबिया से लाए 8 चीतों में 37.5 फीसदी चीतों की मौत हुई और 62.5 फीसदी चीते जीवित हैं।
उल्लेखनीय है कि प्रोजेक्ट चीता के करार के तहत दक्षिण अफ्रीका से 18 फरवरी 2023 को 12 चीते जोहान्सबर्ग से ग्वालियर लाए गए और फिर हेलीकॉप्टर से इन्हें कूनो में लाया गया।
जिसके बाद केंद्रीय वनमंत्री भूपेंद्र यादव और तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज ङ्क्षसह चौहान द्वारा इन्हें कूनों के बाड़ों में रिलीज किया गया। इससे पहले 17 सितंबर 2022 को नामीबिया से 8 चीते लाए गए, जिन्हें प्रधानमंत्री ने रिलीज किया था।
अब दक्षिण अफ्रीका के 4 नर व 4 मादा बचे
18 फरवरी 2023 को दक्षिण अफ्रीका से लाए 12 चीतों को कूनो में छोड़ा गया था। दक्षिण अफ्रीका से लाए गए चीतों की उम्र तत्समय से 2 माह 4 महीने से 8 माह 3 महीने तक थी। इनमें 7 नर और 5 मादा थे। लेकिन इनमें से एक मादा दक्षा (इसकी मौत नर चीते की मेङ्क्षटग के समय हुई) और तीन नर उदय, तेजस और सूरज की मौत हो गई है। लिहाजा अब दक्षिण अफ्रीका के 4 नर व 4 मादा शेष बचे हैं। इनमें नर चीते अग्नि, वायु पावक और प्रभाष तथा मादा चीता धीरा, गामिनी, निर्वा और वीरा शामिल हैं। इसमें मादा चीता वीरा पिछले एक माह से खुले जंगल में है।
नई खेप आने का इंतजार
प्रोजेक्ट चीता के तहत दक्षिण अफ्रीका से हुए करार के मुताबिक हर साल 10 चीते भारत लाए जाने हैं, लेकिन अब नई खेप कब आएगी, इसको लेकर कोई चर्चा नहीं हैं। हालांकि पहले दिसंबर में नई खेप आने की बात कही जा रही थी, लेकिन दो माह बीत गए हैं। वहीं अब कूनो में नए चीते आएंगे या मंदसौर के गांधीसागर में ये भी तय नहीं हैं।

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