सिरोल रोड-1 : इस रोड पर कलेक्ट्रेट के पीछे की ओर पांच बड़ी टाउनशिप हैं। यहां के बहुमंजिला आवासीय क्षेत्र में 20 हजार से अधिक लोग निवासरत हैं, जिनके लिए सिटी ट्रांसपोर्ट के नाम पर एक भी सुविधा नहीं है। ज्यादातर लोगों को स्वयं के वाहन से जाना पड़ता है या फिर ऑटो के जरिए शहर में आना पड़ता है।
सिरोल रोड-2 : कलेक्ट्रेट से मॉडल टाउन होकर निकली रोड पर कॉलेज और आवासीय क्षेत्र हैं। 10 हजार से अधिक लोग यहां निवास कर रहे हैं। इसके अलावा कॉलेज स्टूडेंट्स की आवाजाही लगातार होती है, इसके बाद भी इस रोड से एक भी टेंपो नहीं निकलता है। छात्रों को मजबूरी में ज्यादा पैसे देकर ऑटो से जाना पड़ता है।
सचिन तेंदुलकर मार्ग : जीवाजी यूनिवर्सिटी-गोविंदपुरी चौराहे से हुरावली, मुरार और हाइवे से जोडऩे वाले इस मार्ग पर आरटीओ कार्यालय सहित अन्य सरकारी दफ्तर और तीन बड़े आवासीय क्षेत्र हैं। इन क्षेत्रों में 15 से 20 हजार की आबादी निवास करती है। इसके बावजूद यहां सिटी ट्रांसपोर्ट के नाम पर सिर्फ ऑटो ही उपलब्ध है। एक भी टेंपो इस मार्ग से नहीं निकलता है।