संक्रामक बीमारियां फैलने की आशंका चार शहर का नाका क्षेत्र में रसूखदारों द्वारा डेयरी का कारोबार किया जा रहा है, जिनके द्वारा पशुओं को रिहायशी इलाके में खाली पड़े मैदान में बांधा जाता है। जहां पर पशुओं को नहलाने से लेकर दूध निकाले जाने काम किया जाता है, जिससे पूरे क्षेत्र में गंदगी पसरी रहती है। साथ ही पशुपालकों द्वारा गोबर भी मैदान में ही डलवा दिया जाता है, जिससे संक्रामक बीमारियां पनपती हैं। तबेले से आने वाली दुर्गंध के कारण स्थानीय लोगों को मुंह ढंककर निकलना पड़ता है। साथ ही गंदगी पसरी होने से स्थानीय लोग बीमारियों का भी शिकार होते जा रहे हैं।
फल-फूल रहा है डेयरी कारोबार स्थानीय लोगों द्वारा जब रिहायशी इलाके में पशुओं को बांधे जाने का विरोध किया जाता है तो पशुपालकों द्वारा रसूख दिखाकर उन्हें शांत करा दिया जाता है, जिस कारण स्थानीय लोगों को रोजाना ही परेशानियों का सामना करना पड़ता है। क्षेत्र में डेयरी का कारोबार व्यापक स्तर पर किया जा रहा है, जिससे यहां पर काफी संख्या में वाहनों का भी आवागमन होता है, जिससे बच्चे भी घरों के बाहर नहीं खेल पाते हैं, क्योंकि डेयरी का कारोबार किए जाने के लिए भारी वाहनों का उपयोग किया जाता है।
कम हो रहे हैं बच्चों के आउट डोर गेम रिहायशी इलाके में डेयरी और पशुओं का तबेला बने होने के कारण बच्चों के आउट गेम ( जो मैदान में खेले जाते हैं) कम हो रहे हैं। वे इन कारणों से घरों में ही कैद हो कर रह गए हैं। इस संबंध में जब नगर निगम प्रशासन द्वारा कोई सुध नहीं ली गई तो स्थानीय लोगों द्वारा सीएम हेल्पलाइन में भी शिकायत दर्ज कराकर समस्या का निराकरण कराए जाने की गुहार लगाई गई, लेकिन वहां पर भी समस्या का निराकरण नहीं होने से स्थिति जस की तस बनी हुई है।