उग्र जनता ने बिजली विभाग के कर्मचारी फखरुल इस्लाम के घर पर हमला कर घर को क्षतिग्रस्त कर दिया।एक वाहन को भी क्षति पहुंचाई है। स्थानीय प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि बिजली विभाग के कर्मचारियों की लापरवाही के कारण यह घटना घटी है। पूर्व मुख्यमंत्री प्रफुल्ल कुमार महंत ने मामले की उच्च स्तरीय जांच कराने की मांग करते हुए मारे गए लोगों के परिवार को उचित मुआवजा देने की मांग की। राज्य के जलसंसाधन मंत्री केशव महंत ने कहा कि मामले की मजिस्ट्रेटी जांच होगी और मारे गए लोगों के परिवार को मुआवजा दिया जाएगा।
उन्होंने तुरंत मुआवजे के रुप में प्रत्येक मरनेवाले परिवारवालों को ढाई लाख रुपए देने की घोषणा की। उधर राज्य सरकार ने त्वरित कार्रवाई करते हुए ऊर्जा विभाग के तीन अधिकारी-कर्मचारियों को निलंबित किया। इनमें एसडीओ पल्लव दास,कर्मचारी फखरुल इस्लाम और एक कनीय अभियंता को निलंबित किया है। काम में गफलत के लिए तीनों को निलंबित किया गया है। जूरिया के साथ ही नाहरकटिया में सौभाग्य योजना के तहत काम करने वाले एक श्रमिक की करंट लगने से मौत हो गई है। राजकुमार चेतिया नामक यह श्रमिक एक नए घर में सौभाग्य योजना का कनेक्शन लगाने गया था। नए कनेक्शन के दौरान बिजली की आपूर्ति जारी थी।इस घटना में दो अन्य श्रमिक धर्मेंद्र गोगोई और उपेंद्र गोगोई घायल हुए हैं। इन्हें इलाज के लिए असम मेडिकल कालेज अस्पताल भेजा गया है।