असम से जाते थे कमर के अकांउट में पैसे
कमर से की गयी पूछताछ के बाद यह बात सामने आयी कि उसके बैंक खाते में असम से मोटी रकम हाल ही में भेजी गयी है। एक बार 1 लाख रुपये और इसके बाद 30 हजार रुपये उसके अकाउंट में भेजे गये हैं। कमर अपने इन दोस्तों के साथ सारी बातें ई-मेल पर करता था। अपने दोस्तों के नाम कोड में लिख रखे थे। इन सारी जानकारियों के बाद कानपुर पुलिस जमुनामुख कमर के घर पूछताछ के लिए आयी है, ताकि पूछताछ के बाद उसकी बतायी गयी बातों को जांच सके। फिलहाल जो जानकारी आ रही है, उससे लगता है कि हिजबुल के कामों को आगे बढ़ाने के लिए उसके दोस्त उसको रकम भेजते थे। पहले होजाई पुलिस ने शाह आलम को गिरफ्तार किया, इसके बाद आज सहिदुल आलम और गुवाहाटी पुलिस ने बर्नीहाट से उमर फारुख (35) को गिरफ्तार किया। उमर का घर होजाई में है।
पुलिस महानिदेशक कुलधर सैकिया ने असम में हिजबुल मुजाहिद्दीन की स्थिति के बारे में बताया कि अब तक राज्य में तीन गिरफ्तारियां हुई है और उनसे पूछताछ जारी है। कमर ने किस तरह इन तीनों लोगों से राज्य में हिजबुल के काम को आगे बढ़ाया था, अभी तक इसकी स्पष्ट तस्वीर सामने नहीं आयी है। लेकिन यह कमर को उसके काम में मदद करते थे। इनसे हो रही पूछताछ के बाद पूरी स्थिति साफ होगी। ये तीनों जो कुछ भी बयान देंगे उसको उत्तर प्रदेश पुलिस के साथ मिलाकर देखेंगे। फिर एक साफ तस्वीर उभरेगी।
तीनों को भेजा छ दिन के रिमांड पर
उधर पुलिस महानिदेशक विशेष(विशेष शाखा) पल्लब भट्टाचार्य ने कहा कि हिजबुल मुजाहिद्दीन के राज्य से जिन तीन लोगों को पकड़ा गया है, उनके नाम हमारे पास पहले से रहने वाली सूची में है। इसी सूची के आधार पर हम इनकी खोज कर रहे थे। भट्टाचार्य ने बताया कि उमर फारूख, शाह आलम और सहिदुल को छह दिनों के पुलिस रिमांड पर लिया गया है। कानपुर से आयी पुलिस होजाई में गिरफ्तार हुए दोनों युवकों से पूछताछ कर रही है। उमर बर्नीहाट में व्यापार करता है, जबकि सहिदुल नगांव के एक कॉलेज का छात्र है। वहीं शाह आलम दवाइयों का विक्रेता हैं। वह कमर का सहपाठी रहा है। उसने कमर को मोबाइल और सिम उपलब्ध कराया था। कमर अगस्त महीने में राज्य का दौरा कर गया है। उमर को फिलहाल दिसपुर थाने में रखकर पूछताछ की जा रही है। विभिन्न एजेंसियां उससे पूछताछ कर रही है।