पत्नी सन्मति कहती है जब बेटी एक महीने की थी, तभी वह सीआरपीएफ की नौकरी में चला गया। उसे सीआरपीएफ में नौकरी करते हुए 25 साल हो गए। बेटी डिडवमसरी कहती है कि हम चाहते हैं कि पिता के हत्यारों को कड़ी से कड़ी सजा मिले। मनेश्वर का भतीजा कहता है कि मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अपील करता हूं कि आतंकवादी गुटों के खिलाफ कड़ा कदम उठाएं, जो कि लगातार भारत पर हमला कर रहे हैं। उसने सरकार से मांग की कि मेरे चाचा के बेटे-बेटियों को सरकारी नौकरी दें, ताकि वे अपना जीवन गुजर बसर कर सकें। बंगाईगांव के और एक जवान पवित्र बर्मन की मौत की खबर आई थी लेकिन उसने खुद सोशल मीडिया पर आकर कहा कि वह बाल-बाल बच गया। उसे थोड़ी चोट आई है।