केंद्रीय जल आयोग के अनुसार राज्य की कई प्रमुख नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। जोरहाट के निमातीघाट और तेजपुर में ब्रह्मपुत्र, शिवसागर में दिखौ नदी, गोलाघाट जिले के नुमलीगढ़ और जियाभराली शोणितपुर में धनसिरी नदी, और बेकी नदी बरपेटा में खतरे के निशान के ऊपर बह रही है।
11 जिलों के 24 राजस्व सर्कल के 530 गांवों के 2 लाख 7098 लोग प्रभावित हुए हैं। वहीं 13,267 हेक्टेयर फसल को नुकसान हुआ है। बाढ़ से 39,553 बड़े पशु और 14,433 छोटे पशु प्रभावित हुए हैं।
गोलाघाट में गांव के गांव जलमग्न
सबसे अधिक प्रभावित जिलों में धेमाजी, लखीमपुर, गोलाघाट और जोरहाट शामिल हैं। अब तक तीन लोग मारे गये हैं। बाढ़ से गोलाघाट और धेमाजी में 1-1 और कामरूप मेट्रो में बारिश से हुए भू-स्खलन में एक व्यक्ति मारा गया है। प्रभावितों के लिए जोरहाट में एक राहत शिविर और तिताबर में दो शिविर लगाये गए हैं। वहीं जोनाई में 1, उत्तर लखीमपुर में 1, गोलाघाट में 3 और तिताबर में 5 राहत वितरण केंद्र स्थापित किए गए हैं। लखीमपुर और धेमाजी में एनडीआरएफ राहत अभियान चला रही है।
पूर्वोत्तर भारत में भारी बारिश का अलर्ट
बारिश ने असम सहित पूर्वोत्तर भारत के राज्यों के लोगों का जनजीवन बुरी तरह से प्रभावित कर दिया है। मौसम विभाग ( India Meteorological Department ) की ओर से सिक्किम ( Sikkim ) , अरुणाचल प्रदेश ( Arunachal Pradesh ) , असम (Assam ) , मेघालय ( Meghalaya ) में भारी से बहुत भारी वर्षा ( heavy rain alert ) का अलर्ट जारी किया है।
मेघालय में भी बरसे आफत के मेघ
उधर मेघालय में भी लगातार हो रही बारिश से स्थिति बिगड़ गई है। मेघालय की राजधानी शिलांग में हुए भूस्खलन में अनेक रखे हुए वाहन क्षतिग्रस्त हो गए है। जंयतिया हिल्स जिले में नदियां उफान पर रहने के कारण वहां भी स्थिति बिगड़ी है। मेघालय सरकार ने स्थिति को देखते हुए रेड अलर्ट जारी किया है। अरुणाचल में भी स्थिति बिगड़ी हुई है।
असम की ताजा ख़बरों के लिए यहां क्लिक करे…
यह भी पढ़े: बाढ़ प्रभावित असम में जापानी इंसेफेलाइटिस से सैंकड़ों की मौत, ख़बर में जाने बचने के उपाय और फैलने के कारण