इन समूहों के खिलाफ दर्ज किए गए मामले
पटवारी ने विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष देबव्रत सैकिया के सवाल के जवाब में कहा कि यूनाइटेड लिबरेशन फ्रंट ऑफ असम (स्वाधीन), नेशनल डेमोक्रेटिक फ्रंट ऑफ बोडोलैंड (एस), नेशनल डेमोक्रेटिक फ्रंट ऑफ बोडोलैंड, कामतापुर लिबरेशन ऑर्गनाइजेशन और नेशनल संथाल लिबरेशन आर्मी जैसे चरमपंथी समूहों के खिलाफ राजद्रोह के मामले दर्ज किए गए हैं।
असम पुलिस ने जनवरी में आरटीआई कार्यकर्ता और किसान नेता अखिल गोगोई के खिलाफ भी डिब्रुगढ़ और गुवाहाटी शहर में दो मामले दर्ज किए हैं। गोगोई के अलावा प्रसिद्ध बुद्धिजीवी और साहित्य अकादमी पुरस्कार विजेता डा.हिरेन गोहाईं और पत्रकार मंजीत महंत के खिलाफ भी नागरिकता (संशोधन) विधेयक पर विवादित बयान देने के लिये बीते महीने राजद्रोह का मामला दर्ज किया गया था। हिरेन गोहाईं और अखिल गोगोई ने नागरिकता संशोधन विधेयक के विरोध में ‘सेव असम फोरम’ द्वारा आयोजित बैठक में सार्वजनिक रूप से असम की संप्रभुता के मुद्दे को उठाया था।
यह मामले भी आए सामने
उधर अगप विधायक रमेंद्र नारायण कलिता के एक सवाल के जवाब में गृह विभाग की ओर से संसदीय मंत्री पटवारी ने बताया कि भाजपानीत सरकार के शासन में आने के बाद से राज्य में 38142 चोरी,425 डकैती,8944 बलात्कार,17331 अपहरण,19 डायन, 20088 दहेज और 21011 सड़क दुर्घटनाओं के मामले दर्ज किए गए।