मिली जानकारी के अनुसार एसजीटी यूनिवर्सिटी की एक छात्रा जो कि मूल रूप से जम्मू—कश्मीर की रहने वाली है उसने फेसबुक के किसी पोस्ट पर कमेंट करके हमले में सीआरपीएफ के कम जवान मरने पर दुख जताया और सेना विरोधी कमेंट किया। बताया जा रहा है कि छात्रा ने लिखा कि चालीस के बजाय भारत के 400 जवान मरने चाहिए थे।
छात्रा के इस पोस्ट के बाद से अन्य छात्र भड़क उठे। मेडिकल छात्रों के साथ—साथ अन्य छात्रों ने उक्त छात्रा के कॉमेंट्स का विरोध किया और यूनिवर्सिटी से निकालने का दबाव बनाया। मौके की नजाकत को समझते हुए और छात्रों के बढ़ते आक्रोश को देखते हुए एसजीटी यूनिवर्सिटी प्रशासन की ओर से जम्मू—कश्मीर की छात्रा को निष्कासित कर दिया गया है। छात्रा को उसके परिजनों को सौंप दिया है। मामले की सूचना मिलने के बाद पुलिस भी मौके पर पहुंची। पुलिस मामले की तहकीकात कर रही है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि यदि छात्रा पर लगे आरोप सच पाए गए तो उसके खिलाफ देशद्रोह के मामले में कार्रवाई की जाएगी।