उमेश अग्रवाल ने गुरुग्राम में आयोजित किए गए हैपनिंग हरियाणा के माध्यम से हुए पूंजी निवेश के मामले पर भी सरकार से जवाब मांगा। उद्योग मंत्री विपुल गोयल ने इसका जवाब देते हुए बताया कि वर्ष 2014 से 2019 तक हरियाणा में कुल 58 हजार 345 उद्योग स्थापित किए गए हैं। जिनमें 182 बड़े व 58 हजार 163 छोटे उद्योग शामिल हैं। मंत्री ने बताया कि बड़े उद्योगों में करीब 48 हजार व छोटे उद्योगों में करीब तीन लाख 47 हजार 124 युवाओं को रोजगार मिला है। विधायक उमेश अग्रवाल मंत्री के इस जवाब से संतुष्ट नहीं हुए और पूरक सवाल में उन्होंने मजाकिया अंदाज में कहा कि औसतन एक उद्योग में छह से सात लोगों को रोजगार मिला है तो क्या सरकार ने अब दुकानों को उद्योग मान लिया है।
इस पर पलटवार करते हुए विपुल गोयल ने बताया कि हरियाणा में एमएसएमई के अंतर्गत ज्यादा उद्योग स्थापित हुए हैं। विधायक ने हैपनिंग हरियाणा के माध्यम से हुए निवेश के आंकड़े भी अपने स्तर पर पेश किए लेकिन मंत्री विपुल गोयल ने उन्हें झुठलाते हुए दावा किया कि हैपनिंग हरियाणा में कुल 359 एमओयू हुए थे। जिनके माध्यम से तीन लाख 97 हजार करोड़ का निवेश होना था। वर्तमान में दो लाख 92 हजार करोड़ के निवेश पर काम जारी है और 6639 करोड़ का निवेश हो चुका है। विपुल गोयल द्वारा पेश की गई इस रिपोर्ट पर उमेश अग्रवाल तो संतुष्ट नहीं हुए अलबत्ता उन्हें कांग्रेस व इनेलो के कई विधायकों का साथ मिला, जिसमें उन्होंने सरकार को औद्योगिक नीति के मुद्दे पर घेरा।