ग्राम पंचायत झागर से होकर स्टेट हाइवे गुजरा है। सड़क के एक ओर सरकारी हायर सेकेंडरी स्कूल व आंगनबाड़ी केंद्र स्थित हैं। यहां आने वाले सैकड़ों बच्चों को मजबूरी में जान जोखिम में डालकर स्टेट हाइवे पार करना पड़ रहा है। स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि इससे पहले भी कई बार हाइवे पार करने के दौरान बच्चे दुर्घटना का शिकार हो चुके हैं। इसलिए इस ओर विशेष ध्यान देना चाहिए। इसके बाद भी जिम्मेदार यहां ध्यान नहीं दे रहे।
स्कूल प्रांगण में लगा हैंडपंप एक माह पहले ही साथ छोड़ चुका है जबकि ट्यूववैल का जल स्तर बीते 5 दिन पहले ही नीचे गया है। पूरे मामले से आला अधिकारियों को अवगत करा दिया है।
विष्णु पाल, शिक्षक
फरवरी माह की शुरूआत में ही जल स्तर का नीचे जाना गंभीर चिंता का विषय है। स्कूल में एक हजार से अधिक बच्चे पढ़ते हैं। मिडिल स्कूल में एमडीएम व्यवस्था भी प्रभावित हो रही है। मजबूरी में बच्चे स्टेट हाइवे पार कर पानी पीने जा रहे हैं।
राधेश्याम श्रीवास्तव, शिक्षक
दो आंगनबाडिय़ों में करीब 250 बच्चे दर्ज हैं। आंगनबाड़ी पर ज्यादातर बच्चे खाना खाने ही आते हंै। ऐसे में पीने का पानी की व्यवस्था जरूरी है।
निर्मला किरार, आंगनबाड़ी वर्कर