पत्रिका द्वारा जिला मलेरिया अधिकारी पी बुनकर से जब जून माह से अब तक सर्वे की जानकारी मांग गई तो पहले तो उन्होंने सहायक मलेरिया अधिकारी विष्णु रघुवंशी से जानकारी लेने को कहा।
शुक्रवार को उन्हें भी करीब ३-४ बार फोन लगाया गया, लेकिन उन्होंने भी फोन रिसीव नहीं किया।
दो जगह डेंगू व पांच जगह मलेरिया का लार्वा पाया गया
शुक्रवार को भी शहर में सर्वे का कार्य किया गया। बोहरों के बगीचा में करीब ७० घरों पर सर्वे किया गया। जिनमें दो जगह डेंगू मच्छर का और ५ जगह मलेरिया मच्छर का लार्वा पाया गया। सर्वे टीम ने लार्वा का नष्ट करवाया और टंकियों व अन्य बर्तनों में भरे मिले पानी को खाली करवाया।
सर्वे टीम सर्वे के साथ साथ रोकथाम के उपाए भी कर रही है। कॉलोनी में लोगों में बुखार की जानकारी भी ली गई और जिन लोगों को बुखार है, उन्हें जांच करवाने के लिए भी कहा जा रहा है। जिन घरों में लावा पाया गया है, वहां पायरेथिरम का स्प्रे भी करवाया जा रहा है। ताकि घर में यदि मच्छर हो तो वे खत्म हो जाएं।
डेंगू व मलेरिया का खतरा इस समय सबसे अधिक होता है, बारिश में जगह-जगह पानी भरने से डेंगू का लार्वा पनपने की संभावना सबसे अधिक होती है और मच्छर भी सबसे अधिक पैदा होते हैं। इस समय विशेष सावधानी की आवश्यकता है। मच्छरों से बचने के सभी आवश्यक उपाय लोगों को करना चाहिए और जहां भी साफ पानी रुका होने की संभावना हो, उसे चैक कर पानी फैंकना चाहिए।