घटना के बाद एसपी लोढ़ा भी घटना स्थल पर पहुंचे। गांव में कुशवाह समाज और रघुवंशी समाज के लोग रहते हैं। विवाद की गहमा गहमी होने की वजह से गांव में बल तैनात कर दिया। 10 जवानों को गांव में ही तैनात कर दिया है। ताकि गांव में किसी तरह का विवाद न हो। पुलिस ने बताया, दोनों पक्षों में करीब दो साल से जमीन का विवाद चल रहा है। इसी के चलते हत्या हुई है।
पुलिस कार्रवाई करती तो बच जाती जान
दोपहर में कुशवाह परिवार शिकायत करने आया था। जमीन का मामला भी बताया, लेकिन पुलिस ने इस मामले को गंभीरता से नहीं लिया। रिपोर्ट लिख ली, लेकिन गांव में पुलिस नहीं गई। शाम के समय गांव में विवाद हो गया है और परमाल कुशवाह की जान चली गई।
उधर, घटना के बाद से अस्पताल में लोगों की भीड़ लग गई। पुलिस को भी सुरक्षा बढ़ानी पड़ी। हालांकि देर शाम तक दोनों घायलों को अस्पताल में ही रखा। घायल जहां भर्ती हैं, वहां पुलिस भी लगी हुई है। उधर, अस्पताल के बाहर भीड़ काफी गुस्से में नजर आई।
बताया जा रहा है कि किसान परमाल कुशवाह अपने खेत पर सिंचाई करने के बाद बेटा बृजेश कुशवाह घर के लिए लौट रहे थे। इसी दौरान आरोपी बंदूक लेकर आया और रास्ता रोककर गाली गलौज करने लगा। इसके बाद उसने परमाल पर गोली चला दी। गोली परमाल के पेट में जाकर लगी और वह गिर गया। इसके बाद दूसरी गोली उसके बेटे को मारी, लेकिन उसके पैर में छर्रे लगे हैं। गोलियों की आवाज सुनने के बाद आसपास से लोग दौड़ पड़े और आरोपी भागने लगा और शिव कुमार रघुवंशी नाम के व्यक्ति को पकड़ लिया और उसके साथ जमकर मारपीट हुई।
-राहुल कुमार लोढ़ा, एसपी गुना