scriptलोकसभा चुनाव में भारी पड़ सकती है अनदेखी | Lok Sabha polls may be too heavy to ignore | Patrika News

लोकसभा चुनाव में भारी पड़ सकती है अनदेखी

locationगुनाPublished: Jan 08, 2019 07:45:28 pm

Submitted by:

brajesh tiwari

इस दौरान उन्होंने कहा कि अगर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गरीबो श्रमिको के हितों और अधिकारो पर ध्यान नही दिया तो आगामी लोकसभा चुनाव भारी पड जाएगा। साथ ही कांग्रेस को भी वचन पत्र की घोषणाऐ पूर्ण करने की चेतावनी दे डाली। सीटू सहित देश के दस केन्द्रीय श्रमिक संगठनो के राष्ट्रीय आवहान पर मंगलवार को सीटू के सैकडो श्रमिको एंव आंगनवाडी की आषा एंव सहयोगी कार्यकर्ताओ ने षहर के मुख्य मार्गो से रैली निकाली।

patrika

सीटू सहित देश के दस केन्द्रीय श्रमिक संगठनो के राष्ट्रीय आवहान पर मंगलवार को सीटू के सैकडो श्रमिको एंव आंगनवाडी की आषा एंव सहयोगी कार्यकर्ताओ ने षहर के मुख्य मार्गो से रैली निकाली।

राघौगढ़. औघोगिक क्षेत्र के गेल विजयपुर एनएफएल एवं आंगनवाडी की आशा-सहयोगी कार्यकर्ताओं सहित सैकड़ों श्रमिकों ने सीटू के जिला महासचिव डा. विष्णु शर्मा के नेतृृत्व मे विशाल रैली निकालकर तहसील की चौखट पर जमकर प्रदर्शन किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि अगर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गरीबो श्रमिको के हितों और अधिकारो पर ध्यान नही दिया तो आगामी लोकसभा चुनाव भारी पड जाएगा। साथ ही कांग्रेस को भी वचन पत्र की घोषणाऐ पूर्ण करने की चेतावनी दे डाली। सीटू सहित देश के दस केन्द्रीय श्रमिक संगठनो के राष्ट्रीय आवहान पर मंगलवार को सीटू के सैकडो श्रमिको एंव आंगनवाडी की आषा एंव सहयोगी कार्यकर्ताओ ने षहर के मुख्य मार्गो से रैली निकाली। इस दौरान सीटू के जिला महासचिव डा. विष्णु षर्मा ने समान काम का समान वेतन सुप्रीम कोर्ट के फैसले के अनुसार वेतन दिये जाने की मांग उठाई। साथ ही आंगनबाड़ी आशा कार्यकर्ताओ को शासकीय कर्मचारी का दर्जा एवं 18 हजार रुपए मासिक वेतन तथा हर मजदूर 60 वर्ष की उम्र के बाद 6 हजार रूपये पेंशन तथा अन्य योजनाओ का लाभ दिया जाने की मंाग उठाई। इस दौरान प्रधानमंत्री, प्रदेष के मुख्य मंत्री के नाम प्रषासन को सौंपे गए 13 सूत्रीय ज्ञापन में एनएफएल-विजयपुर के ठेका श्रमिकों को श्रमआयुक्त के आदेश अनुसार न्यूनतम वेतन दरों का 19 जनवरी से मार्च 2018 तक के वैधानिक एरियल का भुगतान की मंाग उठाई। उन्होंने कहाकि देश की गोदामों में लाखों टन अनाज खराब हो रहा है, लेकिन गरीबों को एक रुपए किलो का अनाज उपलब्ध नही हो पर रहा। उन्होंने प्रधानमंत्री पर धन्नसेठों को बढावा देने का आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री ने 15 लाख हर गरीब के खाते मे भेजने का वादा करके ठेंगा बता दिया। नोटबंदी और जीएसटी से देश की अर्थव्यवस्था खराब हो गई। अगर यही हाल रहा तो अगामी लोस चुनाव भारी पड जाएगा। साथ ही उन्होंने प्रदेश सरकार को भी वचन पत्र पूरा करने की चेतावनी दे डाली। इस दौरान उन्होने ग्रेच्युटी भुगतान, बोनस व भविष्य निधि की पात्रता एंव भुगतान की सभी सीमाओ को समाप्त कर महंगाई जैसे मुददे उठाए। हड़ताल बुधवार को भी जारी रहेगी।
मांगा काम के अनुरूप वेतन और सुविधाएं
आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिका एकता यूनियन (सीटू) के आव्हान पर मंगलवार को जिलेभर की आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व सहायिका हड़ताल पर रहीं। हड़ताल के चलते जिलेभर की आंगनबाड़ी केंद्र बंद रहे, जिससे पोषण आहार सहित कई महत्वपूर्ण काम प्रभावित हुए। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायिका संघ की प्रमुख मानदेय बढ़ाने और अन्य कर्मचारियों की तरह शासकीय कर्मी का दर्जा देने की है। संगठन ने इस संबंध में जिला प्रशासन को प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन दिया। जिसमें कहा गया कि विभिन्न योजनाओं में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, सहायिकाओं सहित लाखों योजना कर्मी वर्षों से काम कर रही हैं। अन्य श्रेणी के राज्य कर्मचारियों से भी बढ़कर और अधिक काम करने के बावजूद उन्हें श्रमिक का दर्जा और न्यूनतम वेतन नहीं मिला।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो