उधर, एक साथ सर्वर पर लोड पड़ने से सर्वर भी नीचे हो गया है। इस कारण से एक शिक्षक कम से कम 20 से 30 मिनट का समय लग रहा है। इस कारण वह राखी का त्योहार भी नहीं मना पाए। शिक्षक संगठनों ने कहा, सरलीकरण के नाम पर लागू यह प्रक्रिया काफी कठिन साबित हो रही है। उधर, शाम तक डेट बढ़ने की भी चर्चा की आई, लेकिन शिक्षकों के हाथ में कोई लिखित आदेश नहीं मिला।
कम्यूटर केंद्रों की चांदी ही चांदी
एक साथ शिक्षकों की ई-सेवा बुक अपडेट होने का काम आ जाने से कंप्यूटर केंद्रों ने भी अपने फीस मनमानी कर दी। रविवार के दिन कई कंप्यूटर केंद्रों ने 250 रुपए तक फीस वसूली। जबकि उनको 6 दस्तावेज स्कैन करना था। हाथ में सिर्फ अंक सूची, संविधान आदेश, नियुक्ति आदेश और जाति प्रमाण पत्र शामिल था। कुछ शिक्षकों ने घर पर अपडेशन करने की कोशिश की, लेकिन दिनभर मशकत करने के बाद भी कंप्यूटर केंद्रों पर जाना पड़ा।
ये पूरा कार्यक्रम है
-ई सेवा बुक अद्यतन 25 और 26 अगस्त
-संकुल पर दस्तावेज सत्यापन 27 से 31 अगस्त
-1 सितंबर तक संकुल प्राचार्य को आवश्यक दस्तावेज अपलोड करना है।
-4 सितंबर को संकुल प्राचार्य अद्यतन सूची मूल नस्ती सहित डीओओ प्रस्तुत किया
-5 से 9 सितंबर तक निकायवार और संवर्ग वार सूची डीईओ द्वारा निकायों को उपलब्ध कराई मार्ग।
-10 से 12 सितंबर तक संबंधित निकाय का नियुक्ति प्राधिकारी नियुक्ति का प्रमाणीकरण डीओओ को।
-13 से 17 सितंबर तक प्रावधान सूची प्रकाशित की गई, जिस पर दावा आपत्ति।
-18 से 20 तक लीवल और 24 सितंबर जिला स्तरीय समिति द्वारा आपत्तियों का निराकरण किया गया।
-30 सितंबर को अंतिम मान्य सूची से मूल नस्ती के अभिलेखों का मिलान कर एजुकेशन पोर्टल से आदेश जारी किया गया।