गर्भवती महिलाएं और पथरी के मरीज परेशान हुए
जिला अस्पताल में प्रतिदिन करीब आधा सैकड़ा मरीजों को सोनोग्राफी जांच लिखी जाती हैं। जिनमें अधिकांश गर्भवती महिलाएं होती हैं जबकि आधा दर्जन मरीज पथरी से पीडि़त होते हैं। इन मरीजों की सोनोग्राफी उसी दिन होना जरूरी होती है ताकि बीमारी का पता चल सके और मरीज को उचित उपचार मिल सके।
इसलिए जरूरी है रेडियोलॉजिस्ट
रेडियोलॉजी एक मेडिकल टेक्नोलॉजी है। इसकी मदद से शरीर के अंदरूनी हिस्सों की जांच की जाती है। इससे डॉक्टर को मरीजों की स्थिति और उनकी बीमारियों के बारे में सटीक जानकारी मिल जाती है। जिससे मरीज का कारगर इलाज करने में काफी आसानी होती है। रेडियोलॉजी दो तरह की होती है।डायग्नॉस्टिक रेडियोलॉजी और थैरापेटिक रेडियोलॉजी। डायग्नॉस्टिक रेडियोलॉजी के अंतर्गत मुख्य रूप से रेडियोग्राफी और अल्ट्रासाउंड से जुड़े टेस्ट शामिल होते हैं।
कलेक्टर को भेजी है नोटशीट रेडियोलॉजिस्ट के न होने से मरीजों को परेशानी तो हो रही है। इसके लिए हमने डॉ रघुवंशी से बात की है। वह वापस आने के लिए राजी भी हो गए हैं। इसके लिए हमने नोटशीट कलेक्टर को भेजी है। वहां से प्रक्रिया पूरी होते ही हमें इस समस्या से निजात मिलने की उम्मीद है। इसके अलावा हमने शासन को भी रेडियोलॉजिस्ट की व्यवस्था के लिए लिखा है।
डॉ एसके श्रीवास्तव, सिविल सर्जन, जिला अस्पताल गुना
रेडियोलॉजिस्ट के रिटायर होने के बाद जिले भर के कितने एमएलसी केस प्रभावित हुए हैं इसका सटीक डेटा तो मैं अभी नहीं दे सकता। हां यह जरूर है कि एमएलसी रिपोर्ट पर रेडियोलॉजिस्ट के साइन तो जरूरी होते हैं। रिपोर्ट न मिलने से केस की विवेचना आगे नहीं बढ़ पाती है।
टीएस बघेल, एएसपी गुना