उल्लेखनीय है कि जिले में सबसे अधिक बारिश बमोरी क्षेत्र में ही हुई है। इसके साथ ही लगातार बारिश होते रहने से खेतों में पानी भरने और नमी बने रहने के कारण फसलें खराब हो गई हैं।
किसानों को सरकार से मुआवजे की आस उड़द, मूंग, मक्का सहित सोयाबीन को भी नुकसान हुआ है। फली या आई नहीं या उनमें दाना विकसित नहीं हो पाया। अब किसानों को सरकार से मुआवजे की आस है। लेकिन सर्वे कार्य ही अभी तक शुरू नहीं किया गया है।
बमोरी विधायक के नेतृत्व में पहले किसान हाई स्कूल प्रांगण एकत्रित हुए। यहां सभा को संबोधित करते हुए विधायक व अन्य वक्ताओं ने मप्र व केन्द्र सरकार पर किसानों का शोषण करने का आरोप लगाया।
उन्होंने कहा कि किसान रोज कर रहा है। फसलों में नुकसान हुआ ही है, किसानों को केसीसी का भुगतान भी नहीं किया जा रहा है। शासन बर्बाद फसलों का सर्वे कर उचित मुआवजा दे। यहां से किसान रैली बनाकर तहसील कार्यालय पहुंचे और घेराव करते हुए तहसीलदार रामनिवास चौधरी को राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपा।
एक सप्ताह में होगा सर्वे
तहसीलदार ने फसलों का सर्वे का सप्ताह में पूरा कर रिपोर्ट बनाने की बात कही है। वहीं विधायक ने सर्वे का काम जल्द पूरा न होने पर कलेक्टर को घेरने की चेतावनी दी है। इस दौरान किसानों में भी आक्रोश देखने को मिला। आंदोलन में कांग्रेस जिला अध्यक्ष विट्ठलदास मीना, उपाध्यक्ष देवेंद्रसिंह किरार, गजानंद किरार, मनोज किरान, ब्लॉक अध्यक्ष व उपाध्यक्ष सहित बड़ी संख्या में किसान व कांग्रेस कार्यकर्ता उपस्थित रहे।