इनमें भगवान राम, कृष्ण, हनुमान सहित विभिन्न देवी-देवताओं के जीवन चरित्र पर आधारित झांकियां लगाई गईं। इन झांकियों में बच्चों का अभिनय सभी ने सराहा। झांकियां देखने के लिए गुना शहर के अलावा आसपास के गांवों से भी लगभग पांच हजार से ज्यादा लोग पहुंचे। आयोजन में सुरक्षा व्यवस्था को देखते हुए पुलिस प्रशासन मुस्तैद दिखा। लोगों की सुविधा के लिए बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया था।
अनंत चतुर्दशी के मौके पर शहर के महाराष्ट्रियन समाज ने भी भगवान गणपति की शोभायात्रा निकाली। इस यात्रा में समाज की महिलाएं नृत्य करते हुए चल रही थी। इस दौरान बड़ी संख्या में अधिकारी कर्मचारी भी झांकियां देखने पहुंचे। जिन्होंने बप्पा को श्रद्धा के साथ विदाई। यह चल समारोह कैंट क्षेत्र होता हुआ सिंगवासा तालाब पहुंचा। यहां ‘अगले बरस तू जल्दी आनाÓ के नारों के साथ भगवान गणेश को विदाई दी गई। इससे पहले गोपाल मंदिर पर गणेश चतुर्दशी से शुरु हुआ उत्सव धूमधाम से मनाया, जिनमें बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए।
झांकी से बताया नशे का दुष्प्रभाव
शहर के जागरुक ग्रुप ने इस मौके पर नशे से दूर रहने और प्रशासन को इसके खिलाफ कार्रवाई की सीख देते हुए झांकी का प्रदर्शन किया। ग्रुप के युवा साथियों ने प्रशासन, दबंग व नशे के आदी युवाओं की भूमिका निभाई। इसमें एक तरफ प्रशासन था और दूसरी तरफ उसके सामने ही नशे का कारोबार करते दबंग और नशा कर बबार्द हो रही युवा पीढ़ी थी। अब देखना यह है कि युवाओं की इस सीख का प्रशासन पर कितना असर होता है।
अंचल में भी मनाई गई अनंत चतुर्दशी
अनंत चतर्दुशी पर्व जिले के विभिन्न अंचलों में भी मनाया गया। आरोन, कुंभराज, राघौगढ़, चांचौड़ा, बीनागंज, बमौरी सहित विभिन्न स्थानों पर धार्मिक कार्यक्रमों का सिलसिला देखा गया। कई जगह झांकियां भी सजाई गईं। कुछ लोगों ने परंपरानुसार चतुर्दशी को भगवान गणेश का विसर्जन किया। वहीं महिलाओं ने अनंत चतुर्दशी पर विशेष माने वाले व्रत का भी अनुसरण किया। अनंत बांधकर भगवान से ऐश्वर्य, समृद्धि और शांति की कामना की गई। इस तरह के आयोजन जिला मुख्यालय के अलावा सभी जगह देखे गए।